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TMC नेता सुजीत बोस के ठिकानों पर ED की छापेमारी, नगर निकाय अधिकारियों पर भी शिकंजा

पश्चिम बंगाल में नगर निकाय भर्ती घोटाले को लेकर ED ने मंत्री सुजीत बोस, विधायक तापस रॉय और पूर्व चेयरमैन सुबोध चक्रवर्ती के ठिकानों पर छापेमारी की।

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Oct 10, 2025
TMC नेता के घर ED की रेड (X)

पश्चिम बंगाल में सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस (TMC) को एक और बड़ा झटका लगा है। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने शुक्रवार सुबह अग्निशमन एवं आपातकालीन सेवाएं मंत्री सुजीत बोस के दो आवासों और कार्यालय पर छापेमारी की। इसके अलावा, TMC विधायक तापस रॉय और पूर्व उत्तर दमदम नगर पालिका अध्यक्ष सुबोध चक्रवर्ती के ठिकानों पर भी ED की टीमें पहुंचीं। यह कार्रवाई राज्य के नगर निकायों में कथित भर्ती घोटाले से जुड़ी है, जिसमें अनियमितताओं के आरोप लगे हैं।

दो आवास पर छापेमारी

ED की छापेमारी सुबह करीब 7 बजे शुरू हुई। सुजीत बोस के दो आवासों जिनमें उनका पैतृक घर और कार्यालय शामिल हैं पर केंद्रीय बलों के साथ ED अधिकारी पहुंचे। सूत्रों के अनुसार, बोस के घर में घुसने में ही 40 मिनट की मशक्कत करनी पड़ी। बोस के बेटे समुद्र बोस को भी ED ने हिरासत में लेकर पूछताछ की। छापेमारी करीब 9 घंटे चली, जिसमें दस्तावेजों और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की तलाशी ली गई।

भर्ती मामले से जुड़ा मामला

तापस रॉय के बी.बी. गंगुली स्ट्रीट स्थित घर और सुबोध चक्रवर्ती के बिराटी (उत्तर 24 परगना) निवास पर भी समानांतर छापे मारे गए। ED ने कहा, "हम तीनों TMC नेताओं के ठिकानों पर सर्च कर रहे हैं, जो नगर निकाय भर्तियों से जुड़े हैं। हम नेताओं से भी बात कर रहे हैं।" अधिकारियों ने बताया कि यह छापेमारी दक्षिण दमदम और उत्तर दमदम नगर पालिकाओं में 2010 से 2021 के बीच हुई लगभग 250 अनियमित भर्तियों से संबंधित है। सुजीत बोस उस समय दक्षिण दमदम नगर पालिका के उपाध्यक्ष थे।

घोटाले का खुलासा कैसे हुआ?

यह मामला मूल रूप से पश्चिम बंगाल स्कूल भर्ती घोटाले से जुड़ा है। ED ने मार्च 2023 में कोलकाता के बिल्डर अयान शील की गिरफ्तारी के दौरान उनके सॉल्टलेक कार्यालय से नगर पालिकाओं की भर्ती से जुड़े OMR शीट्स बरामद किए थे। कलकत्ता हाईकोर्ट ने अप्रैल 2023 में CBI को नगर निकाय भर्तियों की जांच सौंपी, जिसके बाद ED भी सक्रिय हो गई। ED का दावा है कि बोस, रॉय और चक्रवर्ती के नाम अयान शील की डायरी में मिले हैं, जो भर्ती परीक्षाओं का आयोजन करने वाली आईटी कंपनी के मालिक थे।

TMC का आरोप

TMC ने ED की कार्रवाई को 'राजनीतिक प्रतिशोध' करार दिया। पार्टी प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा, "बीजेपी राजनीतिक रूप से हमें हरा नहीं सकती, इसलिए केंद्र की एजेंसियों को हमारे नेताओं को परेशान करने का आदेश दे रही है। लोकसभा चुनाव से पहले यह सब कुछ है।" सुजीत बोस ने खुद सफाई दी, "45 साल के राजनीतिक करियर में मेरा कोई भ्रष्टाचार का केस नहीं। अगर कोई सबूत है, तो मैं मुख्यमंत्री को इस्तीफा सौंप दूंगा।" उन्होंने बीजेपी नेता सुवेंदु अधिकारी पर निशाना साधा, जो बोस के खिलाफ पहले से ही बयानबाजी कर रहे थे।

Updated on:
10 Oct 2025 12:46 pm
Published on:
10 Oct 2025 12:45 pm
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