Eid-al-Adha Eid-ul-Azha and Eid-ul-Zuha difference:ईद-उल-ज़ुहा, ईदुल ज़ुहा या ईद-उल-अदहा या अज़हा एक ही त्योहार के नाम हैं।
Eid-al-Adha Eid-ul-Azha and Eid-ul-Zuha difference: ईद-उल-ज़ुहा (Eid-al-Adha),ईद-उल-अज़हा या ईद-उल-अदहा को लेकर अक्सर लोग कन्फ्यूज़ (Eid-al-Adha Eid-ul-Azha and Eid-ul-Zuha difference) रहते हैं और ऐसा समझते हैं कि ये अलग-अलग त्योहार हैं, लेकिन वास्तव में ये एक ही त्योहार के नाम हैं। अरबी और उर्दू भाषाविदों के अनुसार असल में यह अरबी और उर्दू शब्दों के उच्चारण का अंतर है। अदहा अरबी शब्द है। अरबी में 'दुआद' व्यंजन का उच्चारण 'द' होता है इसलिए 'अदहा' कहते हैं, अरबी में इसे 'ज़ुआद' नहीं कहते और उर्दू में 'दुआद' व्यंजन नहीं होता, इसलिए उर्दू में इसका उच्चारण 'ज़' होता है। इस तरह यह 'अदहा' शब्द उर्दू में आ कर 'अज़हा' हो गया है। भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेश में उर्दू उच्चरित शब्द ही प्रचलन में हैं,लेकिन अरबी उच्चारण की वजह से के कारण अंग्रेज़ी में भी 'अदहा' लिखा और बोला जाता है।
भाषाविदों के मुताबिक मूल अरबी अदहा सही और प्रचलित शब्द है। अज़हा इंडो पैसिफिक उर्दू उच्चारण है। यही अरबी शब्द जब अरबी उच्चारण के आधार पर अंग्रेज़ी में लिखा जाता है तो अद'हा (Ad'ha) हो जाता है। इस तरह यह बात साफ हो गई कि भाषाई कारणों से यह भेद पैदा हुआ है। जिस तरह अंग्रेजी में उच्चारण के दौरान कुछ अक्षर साइलेंट हो जाते हैं, उसी तरह अरबी में भी कुछ शब्दों के साथ ये अक्षर साइलेंट होते हैं। यही कारण है कि अदहा शब्द को उर्दू में अज़हा या ज़ुहा कहते हैं। ये दोनों ही शब्द उर्दू और अरबी में एक ही तरह लिखे जाते हैं,बस बोलने का अंतर है।
ईद (عيد) एक अरबी शब्द है, जो "आवर्तन" या "लौटने" की भावना को दर्शाता है।
ईद (عيد) शब्द अरबी धातु (root) ऊद ع-و-د (ʿA-W-D) से बना है, जिसका मतलब है:लौटना,दोहराना या फिर आना। इस आधार पर, "ईद" का अर्थ हुआ: "एक ऐसा दिन जो हर साल लौट कर आता है", यानि त्योहार का दिन।
इस्लामी परंपरा में दो प्रमुख ईदें होती हैं:
ईद-उल-फित्र (रमज़ान के बाद)
ईद-उल-अज़हा / जुहा (पहली ईद के दो महीने बाद आने वाली कुर्बानी की ईद)। इन दोनों को "ईद" इसलिए कहा गया है, क्योंकि ये साल में एक बार आती हैं और खुशी, इबादत और मिलन का दोहराव करती हैं।
| नाम | भाषा | अर्थ |
|---|---|---|
| ईद-उल-जुहा | उर्दू | ‘कुर्बानी की ईद’ (ज़ुहा = बलिदान) |
| ईद-उल-अज़हा | अरबी | 'ईद-अल-अदहा' से निकला, जिसका मतलब है 'बलिदान का पर्व। |
| बकरीद | आम बोलचाल | भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेश में प्रचलित नाम है। |
बहरहाल "ईद" एक अरबी शब्द है जिसका मूल अर्थ है—"लौटने वाला त्योहार" या "हर साल आने वाला खुशी का दिन"। यह عَوْد (ऊद) से निकला है, जो लौटना या पुनरावृत्ति दर्शाता है। लिहाजा ईद के दोनों नामों का अर्थ और संदर्भ एक ही है – कुर्बानी की ईद, जिसे अंग्रेज़ी में Feast of Sacrifice और अरबी में Eid-al-Adha कहा जाता है।
इस्लामी कैलेंडर (हिजरी) के अनुसार, ईद-उल-अजहा जिल्हिज्जा महीने की दसवीं तारीख को मनाई जाती है। ईद की तारीख चांद के हिसाब से तारीख हर साल बदलती है। भारत में ईद-उल-अज़हा (बकरीद) की तारीख सोमवार, 7 जुलाई 2025 है।
भारत सरकार ने इस दिन को राष्ट्रीय सार्वजनिक अवकाश के रूप में घोषित किया है, और सभी सरकारी दफ्तर, बैंक, स्कूल-कॉलेज बंद रहते हैं।