सूडान के अल फशीर शहर में आरएसएफ ने भारतीय शख्स आदर्श बेहरा का अपहरण कर लिया है। आदर्श ओडिशा के जगतसिंहपुर जिले के रहने वाले हैं और 2022 से सुकराती प्लास्टिक फैक्ट्री में काम कर रहे थे।
सूडान के अल फशीर शहर में रैपिड सपोर्ट फोर्सेज (आरएसएफ) ने भारतीय शख्स आदर्श बेहरा का अपहरण कर लिया है। आदर्श मूल रूप ओडिशा के जगतसिंहपुर जिले के रहने वाले हैं और साल 2022 से सुकराती प्लास्टिक फैक्ट्री में काम कर रहे थे।
अब आदर्श की 29 वर्षीय पत्नी सस्मिता बेहरा अपने दो छोटे मासूम बेटों के साथ पति की सुरक्षित वापसी को लेकर दर-दर भटक रही हैं। उन्होंने उनकी सुरक्षित रिहाई के लिए सरकार से अपील की है।
सस्मिता के अनुरोध पर ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने अपने अधिकारियों को अहम निर्देश भी दिए हैं। उन्होंने अधिकारियों से आदर्श की सुरक्षित वापसी के लिए विदेश मंत्रालय के साथ लगातार संपर्क में रहने को कहा है।
द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, माझी ने नई दिल्ली में तैनात ओडिशा के रेजिडेंट कमिश्नर को भी सूडान स्थित भारतीय दूतावास के संपर्क में रहने को कहा है ताकि उनकी रिहाई और भारत वापसी सुनिश्चित हो सके।
आदर्श की पत्नी इस वक्त बालासोर में हैं। द इंडियन एक्सप्रेस ने सस्मिता के हवाले से बताया कि पहले आदर्श अपने परिवार को हर रोज फोन किया करते थे, लेकिन जब उनका कोई कॉल तीन-चार दिनों तक नहीं आया तो परिवार की परेशानी बढ़ गई।
सस्मिता के मुताबिक, आदर्श से संपर्क करने की काफी कोशिश की गई, लेकिन संभव नहीं हो सका। इसके बाद, सस्मिता को लगा कि आदर्श किसी दुर्गम इलाके में होंगे।
सस्मिता ने आगे बताया कि 29 अक्टूबर को उनके पास एक अनजान नंबर से कॉल आया, दूसरी तरफ उनके पति थे। जिन्होंने कहा कि कुछ लोगों ने उनका अपहरण कर लिया है और वह खतरे में है।
इसके बाद, सस्मिता ने परेशान होकर उसी नंबर पर वापस कई बार फोन और मैसेज किए, जिसका कोई जवाब नहीं मिला। सस्मिता ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि एक दिन और उन्हें अनजान नंबर से कॉल आया।
उस वक्त उनके पति ने बताया कि उनके सारे दस्तावेज और फोन विद्रोहियों ने जब्त कर लिए हैं। आदर्श ने यह भी बताया कि उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है।
सस्मिता ने यह भी जानकारी दी कि बाद में उन्हें एक वीडियो मिला। जिसमें यह दिखाया गया था कि उनके पति को आरएसएफ के जवानों ने बंदी बना लिया है। सोमवार को तीसरी बार सस्मिता को उनके पति ने कॉल किया। तब कुछ ही सेकंड बात हो पाई। यह आखिर कॉल था।
बता दें कि आदर्श जगतसिंहपुर जिले के कोटकाना गांव के रहने वाले हैं। अपने दूसरे बेटे के जन्म के दो महीने बाद ही दिसंबर 2022 में वह सूडान चले गए थे। उनकी पत्नी ने बताया कि आदर्श अपने माता-पिता के इकलौते बेटे हैं। भारत में वह जो पैसा कमाते थे, उससे परिवार का खर्च चलाना बहुत मुश्किल था।
सस्मिता ने आगे बताया कि आर्थिक तंगी के चलते पति-पत्नी दोनों पहले राजकोट (गुजरात) की एक प्लास्टिक फैक्ट्री में काम करते थे।
इसके बाद भी आदर्श ने कुछ पैसे बचाने के लिए एक साल के लिए सूडान जाने का फैसला किया। उन्होंने मुश्किल से वहां छह-सात महीने काम किया होगा, जिसके बाद युद्ध शुरू हो गया। फिर उन्हें एक कमरे में कैद कर दिया गया।
सस्मिता ने बताया कि युद्धग्रस्त क्षेत्र को पार करने की कोशिश करते समय उन्हें और उनकी कंपनी के मालिक का अपहरण कर लिया गया।
उधर, आदर्श की मां ने कहा कि आदर्श के बारे उनके परिवार ने स्थानीय पुलिस स्टेशन में सूचना दे दी है। उन्होंने अधिकारियों से आदर्श को सुरक्षित वापस लाने का अनुरोध किया है।
वहीं, सूडान के राजदूत मोहम्मद अब्दुल्ला अली एल्टॉम ने आश्वासन दिया है कि दोनों देश मिलकर आदर्श की रिहाई के लिए प्रयास कर रहे हैं।