' I love Mohammed' के पोस्टर के मामले में कई राज्यों में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए हैं। त्योहारी सीजन पर माहौल बिगड़ने की आशंका जताई जा रही है। कई जगहों पर उन्मादी भीड़ ने पुलिस पर पथराव किया।
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के कानपुर (Kanpur) में ईद-ए-मिलाद-उन-नबी के जुलूस के दौरान लगाए गए 'आइ लव मोहम्मद' (I love Mohammed) पोस्टर के मामले में देश के कई राज्यों में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए हैं। मुस्लिम समुदाय की ओर से महाराष्ट्र, तेलंगाना, गुजरात और मध्यप्रदेश के शहरों में जुलूस निकाले गए हैं। इस दौरान कई स्थानों पर पथराव और पुलिस से भिड़ंत की सूचना सामने आई है। अब आशंका जताई जा रही है कि यह त्योहारी सीजन पर माहौल बिगाड़ने की साजिश हो सकती है।
कानपुर की घटना के विरोध में पिछले दिनों उन्नाव में जुलूस निकाला गया। इस दौरान उन्मादी नारे लगाए गए। उग्र भीड़ ने पुलिस पथराव किया। इसके बाद उत्तराखंड के उधम सिंह नगर में भी इसी तरह का बवाल हुआ और भीड़ ने पुलिस पर हमला किया। मामले में पुलिस ने आठ एफआइआर दर्ज कर 5 लोगों को गिरफ्तार किया है। इसके बाद नागपुर, हैदराबाद, मुंबई और गुजरात के कई शहरों में प्रदर्शन किए गए। खास बात है कि इस घटना के बाद सोशल मीडिया पर 'आइ लव मोहम्मद' ट्रेड कर रहा है। देशभर में लगातार हो रहे विरोध प्रदर्शनों से आशंका जताई गई है त्योहारी सीजन पर माहौल बिगाडऩे की कोशिश की जा रही है।
इस पूरे मामले की शुरुआत 5 सितंबर को कानपुर के सैयद नगर में शुरू हुई। बरावफात (ईद-ए-मिलाद-उन-नबी) के जुलूस के दौरान मुस्लिम समुदाय ने एक लाइट बोर्ड लगाया। इस पर 'आइ लव मोहम्मद पोस्टर' लिखा था। बताया जाता है कि यह जगह हिंदू जागरण मार्ग पर थी, जहां पहले कभी ऐसा नहीं हुआ था। इस पर हिंदू पक्ष ने आपत्ति जताई। हिंदू पक्ष का आरोप था कि मुस्लिम पक्ष के लोगों ने उनके जागरण पोस्टर को फाड़कर पोस्टर लगाया था।
वहीं मुस्लिम पक्ष का दावा है कि हिंदुओं ने उनका पोस्टर फाड़ा। इस मामले में रावतपुर थाने में 9 नामजद (नमाजद) और 15 अज्ञात के खिलाफ मामाल दर्ज किया गया है। पुलिस का कहना है कि पोस्टर लगाने पर एफआइआर नहीं हुई, बल्कि सार्वजनिक जगह पर बिना इजाजत टेंट लगाने और सौहार्द बिगाडऩे पर कार्रवाई हुई है।