nvidia: एप्पल के बाद दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी कंपनी और टैक दिग्गज एनवीडिया भारत में एआई (AI) क्रांति लाएगी। खास बात यह है कि यह एआई क्रांति अंग्रेजी के साथ हिंदी में भी होगी।
Nvidia: एप्पल के बाद दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी कंपनी और टैक दिग्गज एनवीडिया भारत में एआई (AI) क्रांति लाएगी। खास बात यह है कि यह एआई क्रांति अंग्रेजी के साथ हिंदी में भी होगी। भारत दौरे पर आए एनवीडिया के चमत्कारिक प्रमुख जेंसन हुआंग ने गुरुवार को कंपनी का हिंदी भाषा के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) मॉडल पेश किया। इस कदम से एनवीडिया भारत में अपनी एआई तकनीक का विस्तार करने और हिंदी भाषा में इसके उपयोग को बढ़ावा देने का प्रयास कर रही है। एनवीडिया ने 'नेमोट्रॉन-4-मिनी-हिंदी-4बी' नामक एआइ लैंग्वेज मॉडल लॉन्च किया है, जिसमें 4 अरब पैरामीटर हैं। इसका उपयोग कंपनियां अपने एआई मॉडल विकसित करने में कर सकती हैं। मॉडल को हिंदी और अंग्रेजी डाटा से प्रशिक्षित किया गया है।
मुंबई में एनवीडिया एआई समिट 2024 में हुआंग ने कहा कि भारत दुनिया के कंप्यूटर उद्योग के लिए बहुत प्रिय है, आईटी उद्योग की धुरी है, दुनिया की लगभग हर एक कंपनी के आईटी के केंद्र और मूल में है।' उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि वे विश्व के पहले राष्ट्रीय नेता थे जिन्होंने छह साल पहले उनसे एआई पर अपनी कैबिनेट को संबोधित करने का आग्रह किया। हुआंग ने कहा है कि देश में इस वर्ष कंप्यूटर क्षमताओं में 20 गुना वृद्धि होने की संभावना है। उन्होंने यह भी घोषणा की कि एनवीडिया भारत में एआई बुनियादी ढांचे के निर्माण के लिए मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज (आरआईएल) के साथ साझेदारी कर रही है। हुआंग ने कहा कि सॉफ्टवेयर निर्यात का केंद्र भारत भविष्य में एआई का निर्यात करेगा।
एनवीडिया समिट में अंबानी और हुआंग के बीच बातचीत हुई। बातचीत में हल्के-फुल्के क्षण भी आए। अंबानी ने एनवीडिया कंपनी के नाम को लेकर एक अलग नजरिया देते हुए कहा कि मेरे लिए एनवीडिया का मतलब 'विद्या' शब्द से मिलता-जुलता है, जिसका मतलब 'ज्ञान' होता है, जिसकी देवी सरस्वती है। जब कोई ज्ञान की देवी की आराधना करता है, तो समृद्धि की देवी लक्ष्मी अपने आप आती है। इस पर हुआंग ने हंसते हुए जवाब दिया, 'मुझे पता था कि 22 साल पहले मैंने कंपनी का सही नाम रखा था।' जियो वर्ल्ड कन्वेंशन सेंटर में हुए सम्मेलन में मुकेश अंबानी ने हुआंग को जियो और भारत की क्षमताओं से अवगत करवाया तो प्रभावित हुए हुआंग ने टिप्पणी की कि मुकेश 20 साल के इंजीनियर की तरह बातें कर रहे हैं।
प्रौद्योगिकी क्षेत्र में बढ़ती आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस से जुड़ी आशंकाओं पर हुआंग ने जोर देकर कहा कि एआई नौकरी नहीं छीनेगी। लेकिन जो व्यक्ति किसी काम को बेहतर ढंग से करने के लिए एआई का उपयोग करता है, वह नौकरी झपटने जैसा जरूर हो जाएगा।
भारत में केवल 10 प्रतिशत लोग अंग्रेजी बोलते हैं, इसलिए कंपनियां हिंदी और अन्य भाषाओं में एआई मॉडल बना रही हैं। स्मॉल लैंग्वेज मॉडल, लार्ज मॉडलों से अलग, छोटे और खास डाटासेट पर प्रशिक्षित होते हैं। ये सस्ते भी होते हैं, जिससे वे छोटी कंपनियों के लिए फायदेमंद हैं। टेक महिंद्रा ने इस मॉडल का उपयोग कर 'इंडस 2.0' एआइ मॉडल विकसित किया, जो हिंदी और उसकी बोलियों पर केंद्रित है।