parliament winter session 2025: इस बार संसद का सत्र पिछले कई बार के मुकाबले ज्यादा कामकाजी भरा दिखा। विपक्ष और सत्ता पक्ष ने कई अहम मुद्दों पर चर्चा की। हालांकि, SIR वोट चोरी व कई अन्य मुद्दों पर सदन के भीतर नारेबाजी भी हुई। पढ़ें पूरी खबर
parliament winter session: संसद का शीतकालीन सत्र शुक्रवार को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित हो गया। राज्यसभा में करीब 92 घंटे विधायी कार्य किया और इसकी उत्पादकता 121 फीसदी रही। जबकि लोकसभा की उत्पादकता 111 फीसदी रही। वहीं 92 घंटे 25 मिनट की चर्चा हुई।
राज्यसभा में उपराष्ट्रपति सी.पी.राधाकृष्णन ने कहा कि राज्यसभा का यह सत्र उनके लिए विशेष महत्व रखता है, क्योंकि पद संभालने के बाद उन्होंने पहली बार राज्यसभा का सभापतित्व किया। उन्होंने कहा कि शून्यकाल के दौरान उठाए गए मामलों की संख्या पिछले अभिलेख से काफी ज्यादा रही है। औसतन हर दिन 15 से ज्यादा मामले आए, जो पिछले दो सत्रों की तुलना में लगभग 50 प्रतिशत ज्यादा है। उन्होंने कहा कि गुरुवार को कुछ विपक्षी सदस्यों के तख्तियां प्रदर्शित कर मंत्री के भाषण को बाधित करना, पत्र फाड़ कर फेंकना मर्यादा के अनुकूल नहीं है। इस पर सदस्य आत्ममंथन करेंगे।
लोकसभा की कार्यवाही शुरू होते ही लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सदन को बताया कि सत्र की उत्पादकता 111 फीसदी रही है। सदन को चलाने में सहयोग करने के लिए सभी सांसदों का आभार जताकर उन्होंने अनिश्चितकाल के लिए कार्यवाही को स्थगित कर दिया।
सत्र की खास बातें:
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