संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान हंगामा मच गया। बीजेपी सांसदों ने कांग्रेस नेताओं से माफी की मांग की। पूरा मामला रविवार को कांग्रेस की रैली में पीएम मोदी के खिलाफ लगाए गए आपत्तिजनक नारे से जुड़ा था। पढ़ें पूरी खबर...
Parliament's winter session: संसद का शीतकालीन सत्र जारी है। सत्र ग्यारहवे दिन हंगामा बरपा हुआ है। बीजेपी सांसद लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी से माफी की मांग कर रहे हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस की रैली में PM मोदी को अपशब्द कहे गए। उनका अपमान किया गया।
इस तरीके के नारे कांग्रेस पार्टी की सोच और मानसिकता को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के खिलाफ इस तरह की बातें करना उनकी मौत की कामना करना शर्मनाक है। सोनिया गांधी और राहुल गांधी को पूरे देश से माफी मांगनी चाहिए। कांग्रेस ने राजनीति का स्तर गिरा दिया है। ये नामदारों की झुंझलाहट को दर्शाता है।
सदन में केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कांग्रेस की रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ आपत्तिजनक नारों की आलोचना की है। उन्होंने मांग की कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी को इसके लिए माफी मांगनी चाहिए।
किरेन रिजिजू ने सोमवार को संसद सत्र की कार्यवाही शुरू होने से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "देश की जनता ने सुना कि कांग्रेस पार्टी की रैली में क्या कहा गया? लोकतंत्र में हम सब सहयोगी हैं, दुश्मन नहीं। लेकिन कांग्रेस की रैली में प्रधानमंत्री के खिलाफ आपत्तिजनक नारे लगाए गए। मेरा मानना है कि लोकतंत्र में ऐसा घटिया और शर्मनाक स्तर पहले कभी नहीं देखा गया। संसद का सत्र चल रहा है, और कांग्रेस अध्यक्ष और विपक्ष के नेता को देश की जनता से माफी मांगनी चाहिए।"
उन्होंने कांग्रेस को याद दिलाया कि जब 2014 में भाजपा सांसद रहीं निरंजन ज्योति ने विपक्ष के एक नेता के लिए गलत शब्द इस्तेमाल किया था, इस पर तुरंत पीएम मोदी ने उनसे संसद में माफी मांगने के लिए कहा था और सांसद ने माफी मांगी थी। रिजिजू ने कहा, "लोकतंत्र में भाषा किस स्तर की हो, यह सभी को समझना चाहिए। भाजपा और एनडीए की तरफ से कभी भी किसी का नाम लेकर माता-पिता या किसी अन्य नेता के लिए 'मौत' शब्द का इस्तेमाल नहीं किया।"
केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा, "हम एक-दूसरे का कितना भी विरोध करें, फिर भी हम एक-दूसरे का सम्मान करते हुए शुभकामनाएं देते हैं। राजनीतिक लड़ाइयां अलग होती हैं, लोकतंत्र में हर किसी को राजनीति करने का अधिकार है और हम अलग-अलग तरीकों से एक-दूसरे की आलोचना या विरोध करते हैं। लेकिन कोई भी कभी किसी दूसरे व्यक्ति को मारने के बारे में सोचता या बोलता नहीं है।
पूरा विवाद दिल्ली के रामलीला मैदान में रविवार को कांग्रेस की 'वोट चोर गद्दी छोड़' रैली से जुड़ा है। सोशल मीडिया पर रैली के वीडियो वायरल हुए, जिसमें कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने रैली में जाते समय 'मोदी तेरी कब्र खुदेगी' के नारे लगाए थे।