प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) के अनुसार, दोनों नेताओं ने आतंकवाद के सभी रूपों की कड़ी निंदा की और इसके प्रति ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति को दोहराया। बातचीत के दौरान पश्चिम एशिया की मौजूदा स्थिति पर भी गहन चर्चा हुई।
इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फोन पर विस्तृत बातचीत की। दोनों नेताओं ने भारत-इजराइल रणनीतिक साझेदारी में हो रही निरंतर प्रगति पर संतोष जताया और इन संबंधों को और मजबूत करने की प्रतिबद्धता दोहराई। प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) के अनुसार, दोनों नेताओं ने आतंकवाद के सभी रूपों की कड़ी निंदा की और इसके प्रति ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति को दोहराया। बातचीत के दौरान पश्चिम एशिया की मौजूदा स्थिति पर भी गहन चर्चा हुई। प्रधानमंत्री मोदी ने गाजा शांति योजना के शीघ्र कार्यान्वयन सहित क्षेत्र में न्यायपूर्ण और स्थायी शांति के लिए भारत के पूर्ण समर्थन की पुष्टि की। दोनों नेताओं ने निकट भविष्य में निरंतर संपर्क बनाए रखने पर सहमति भी जताई।
भारत-इजराइल संबंधों को पिछले महीने और मजबूती मिली, जब केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने 20-22 नवंबर को इजराइल की सफल यात्रा की। इस दौरान उन्होंने इजराइल के राष्ट्रपति इसहाक हर्जोग और प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से मुलाकात की। गोयल ने तीन इजराइली मंत्रियों-अर्थव्यवस्था एवं उद्योग मंत्री नीर बरकत, वित्त मंत्री बेजलेल स्मोट्रिच और कृषि मंत्री एवी डिक्टर-के साथ द्विपक्षीय बैठकें भी कीं।
यात्रा की सबसे महत्वपूर्ण उपलब्धि भारत-इजराइल मुक्त व्यापार समझौते (FTA) के लिए संदर्भ शर्तों पर हस्ताक्षर किए गए। यह एक संतुलित और पारस्परिक लाभकारी FTA वार्ता की औपचारिक शुरुआत है। वित्त मंत्री स्मोट्रिच के साथ चर्चा के दौरान अवसंरचना, खनन और इजराइल में भारतीय श्रमिकों के नए अवसरों पर जोर दिया गया। वहीं कृषि मंत्री एवी डिक्टर के साथ बातचीत में इजराइल की खाद्य सुरक्षा रणनीति, उन्नत बीज प्रौद्योगिकी और कृषि जल पुन: उपयोग तकनीक पर सहयोग बढ़ाने की सहमति बनी।
आधिकारिक बयान के अनुसार, गोयल की यात्रा ने दोनों देशों के बीच प्रौद्योगिकी-आधारित सहयोग को गति देने और रक्षा, कृषि, जल प्रबंधन, साइबर सुरक्षा जैसे रणनीतिक क्षेत्रों में साझेदारी का विस्तार करने की इच्छाशक्ति को मजबूत किया है। विशेषज्ञों का मानना है कि मोदी-नेतन्याहू की ताजा बातचीत और गोयल की यात्रा ने भारत-इजराइल संबंधों को अगले स्तर पर ले जाने की मजबूत नींव रख दी है।