JMM के रवींद्रनाथ महतो मंगलवार को निर्विरोध झारखंड विधानसभा के अध्यक्ष चुने गए। विधानसभा के चार दिवसीय सत्र के दूसरे दिन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस पद के लिए महतो के नाम का प्रस्ताव रखा और झामुमो विधायक मथुरा प्रसाद महतो ने प्रस्ताव का समर्थन किया।
रवींद्रनाथ महतो (Rabindranath Mahato) सर्वसम्मति से दूसरी बार झारखंड विधानसभा के स्पीकर (Jharkhand Legislative Assembly) चुन लिए गए हैं। मंगलवार को निर्धारित समय तक विधानसभा सचिव के समक्ष अध्यक्ष के निर्वाचन को लेकर पक्ष-विपक्ष से कुल सात सेट में प्रस्ताव प्रस्तुत किए गए। सभी सेट में रवींद्रनाथ महतो का नाम प्रस्तावित किया गया। प्रोटेम स्पीकर स्टीफन मरांडी ने सदन को इन सभी प्रस्तावों की जानकारी देते हुए सर्वमत से उनके निर्वाचन की घोषणा की। इसके बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और भाजपा के वरिष्ठ विधायक बाबूलाल मरांडी ने उन्हें सम्मानपूर्वक स्पीकर की कुर्सी पर आसीन कराया।
सीएम सोरेन, संसदीय कार्य मंत्री राधाकृष्ण किशोर, भाजपा के वरिष्ठ विधायक बाबूलाल मरांडी, राजद के सुरेश पासवान, सीपीआई एमएल के अरूप चटर्जी, जदयू के सरयू राय, लोजपा के जनार्दन पासवान, आजसू पार्टी के निर्मल महतो और जेएलकेएम के जयराम महतो ने अपने वक्तव्यों में नवनिर्वाचित स्पीकर को शुभकामनाएं दी। सभी ने रबींद्रनाथ महतो के व्यक्तित्व की सराहना की। प्रतिपक्षी दलों के नेताओं ने उम्मीद जताई कि स्पीकर पक्ष-विपक्ष सभी दलों को समान दृष्टि से देखेंगे। स्पीकर ने भी अपने निर्वाचन और सदन के सदस्यों द्वारा उन्हें दिए गए समर्थन के लिए आभार जताया।
65 वर्षीय रवींद्रनाथ महतो संथाल परगना प्रमंडल की नाला विधानसभा सीट से लगातार तीसरी बार जीतकर सदन पहुंचे हैं। झारखंड में यह मिथ रहा है कि स्पीकर के पद पर रहते हुए कोई भी जनप्रतिनिधि विधानसभा का चुनाव नहीं जीत पाता। महतो इस मिथक को तोड़ने वाले पहले जनप्रतिनिधि बन गए हैं। उन्होंने पहली बार 2005 में नाला विधानसभा सीट से जीत दर्ज की थी, लेकिन इसके बाद 2009 में उन्हें पराजय का सामना करना पड़ा था। इसके बाद 2014, 2019 और 2024 के चुनावों में झारखंड मुक्ति मोर्चा के प्रत्याशी के तौर पर उन्होंने लगातार जीत हासिल की।