इस बार त्योहार के दौरान डीजे म्यूजिक पर सख्त प्रतिबंध लागू किया गया है
रामनवमी, जो रविवार को मनाई जानी है, से पहले बिहार में सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद कर दी गई है। राज्य पुलिस और कानून प्रवर्तन एजेंसियां शांतिपूर्ण उत्सव सुनिश्चित करने के लिए हाई अलर्ट पर हैं। इस बार त्योहार के दौरान डीजे म्यूजिक पर सख्त प्रतिबंध लागू किया गया है, लेकिन निर्देशों की अनदेखी करने वालों के खिलाफ पुलिस ने कड़ा रुख अपनाया है। राज्यभर में बड़े पैमाने पर कार्रवाई करते हुए 231 डीजे कंसोल जब्त किए गए हैं, जिनमें से 26 पटना के जक्कनपुर, कदमकुआं और सुलतानगंज जैसे इलाकों से बरामद हुए हैं।
पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) और लाउडस्पीकर अधिनियम के तहत कार्रवाई शुरू की है। नियम तोड़ने वाले डीजे ऑपरेटरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जा रही हैं और कानूनी कार्रवाई की जा रही है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया, "पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर तेज आवाज में संगीत बजाने वाले डीजे के खिलाफ सख्त अभियान चलाया जा रहा है। यह कदम शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए जरूरी है।"
एडीजी कुंदन कृष्णन (मुख्यालय) और एडीजी (कानून व्यवस्था) पंकज डार ने सभी आईजी, डीआईजी, एसएसपी और एसपी को प्रतिबंध को सख्ती से लागू करने का आदेश दिया है। पहले भी पुलिस ने डीजे संचालकों के साथ बैठकें कर नियमों की जानकारी दी थी, लेकिन उल्लंघन रुका नहीं। अब प्रमुख चौराहों पर गहन वाहन जांच और सार्वजनिक गतिविधियों पर कड़ी निगरानी की जा रही है।
पिछले कुछ वर्षों में बिहार के कई हिस्सों में रामनवमी जुलूसों के दौरान सांप्रदायिक तनाव और हिंसा की घटनाएं सामने आई हैं, जिनमें पथराव जैसी घटनाएं शामिल हैं। एक पुलिस अधिकारी ने कहा, "धार्मिक आयोजनों के दौरान तनाव कितनी जल्दी बढ़ सकता है, यह हमने देखा है। हमारा लक्ष्य ऐसी घटनाओं को रोकना है।" इसके लिए गश्त बढ़ाई गई है, निगरानी तेज की गई है, और स्थानीय समुदायों के साथ समन्वय स्थापित किया गया है। पुलिस ने लोगों से शांतिपूर्वक रामनवमी मनाने की अपील की है।