कोल्लम जिले के नेदुवथूर में रविवार को एक महिला ने लिव इन पार्टनर से लड़ाई के बाद कुएं में छलांग लगा दी। उसे बचाने के दौरान कुएं के चारों ओर का पुराना रस्सी का अवरोध टूट गया जिसके चलते महिला और बचावकर्मी समेत तीन लोगों की मौत हो गई।
केरल के कोल्लम जिले के नेदुवथूर में रविवार देर रात करीब 12:15 बजे एक दर्दनाक घटना में बचाव अभियान के दौरान एक अग्निशमन अधिकारी सहित तीन लोगों की जान चली गई। यह त्रासदी तब हुई जब एक 80 फुट गहरे कुएं के चारों ओर का पुराना रस्सी का अवरोध (मुंडेर) ढह गया। दुर्घटना में मारे गए लोगों की पहचान 33 वर्षीय अर्चना, 22 वर्षीय शिवकृष्णन और 36 वर्षीय बचावकर्मी सोनी एस. कुमार के रूप में की गई है।
पुलिस जांच के अनुसार, अर्चना ने कथित तौर पर अपने दोस्त शिवकृष्णन के साथ एक बहस के बाद कुएं में छलांग लगा दी थी। अर्चना तीन बच्चों की मां थी और स्थानीय लोगों के मुताबिक, वह और शिवकृष्णन लिव-इन रिलेशनशिप में रह रहे थे। शिवकृष्णन ने ही अग्निशमन विभाग को घटना की सूचना दी थी और जब बचावकर्मी पहुंचे उस समय अर्चना जिंदा थी। सूचना मिलने पर कोट्टाराक्कारा अग्निशमन एवं बचाव इकाई की टीम मौके पर पहुंची और उन्होंने कुएं के ऊपर से अर्चना से बात की। इसके बाद बचावकर्मी सोनी एस. कुमार रस्सियों और सुरक्षा उपकरणों की मदद से अर्चना को बचाने के लिए कुएं में उतरे।
जब वह अर्चना को ऊपर खींचने की कोशिश कर रहे थे, तभी कुएं का सहारा देने वाला पुराना रस्सी अवरोध अचानक ढह गया। वहीं शिवकृष्णन बार बार चेतावनी देने के बाद भी कुएं से पीछे नहीं हट रहा था। कथित तौर पर शराब के नशे में था और जिस समय रस्सी अवरोध टूटा वह उस पर झुका हुआ था। अचानक रस्सी अवरोध टूटने से शिवकृष्णन का संतुलन बिगड़ा और वह हादसे का शिकार हो गया। इस हादसे में सोनी एस. कुमार, अर्चना और शिवकृष्णन की मौत हो गई। ड्यूटी निभाते हुए अपनी जान गंवाने वाले बहादुर अधिकारी सोनी कुमार की मौत से अग्निशमन सेवा सदमे में है। जिला प्रशासन ने इस त्रासदी की परिस्थितियों की जांच के आदेश दिए हैं। अग्निशमन अधिकारियों ने दुर्घटना का मुख्य कारण पुराने रस्सी अवरोध की कमजोरी को बताया है।