बिहार विधानसभा चुनाव के परिणाम के रुझानों में महागठबंधन के उपमुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार मुकेश साहनी की वीआईपी पार्टी को एक भी सीट पर बढ़त मिलती नहीं दिखाई दे रही है।
बिहार विधानसभा चुनाव के परिणाम बहुत जल्द सामने आने वाले है। पोस्टल बैलट की गिनती के बाद अब EVM की गिनती होने लगी है और कई सीटों पर रुझान सामने आने लगे है। रुझानों में NDA को लगभग 125 सीटों पर तो महागठबंधन को करीब 70 सीटों पर बढ़त मिलती दिखाई दे रही है। विपक्षी गठबंधन में RJD 39 सीटों पर बढ़त के साथ सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर दिखाई दे रही है तो वहीं VIP पार्टी सिर्फ एक सीट पर बढ़त के साथ बूरी तरह से हारती नजर आ रही है।
महागठबंधन के उपमुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार मुकेश सहानी की वीआईपी पार्टी ने 15 उम्मीदवार चुनावी मैदान में उतारे है, लेकिन शुरुआती रुझानों में पार्टी के सिर्फ एक कैंडिडेट को बढ़त मिली है जबकि बाकि 14 उम्मीदवार पिछड़े हुए है। सहानी को उप मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किए जाने राजनीती में उनकी बढ़ती पकड़ को दिखाता है लेकिन इसके बावजूद उनकी पार्टी को एक भी सीट पर बढ़त नहीं मिलना उनकी मुश्किलें बढ़ा सकता है।
वीआईपी पार्टी बिहार में एक उभरती हुई पार्टी है जो निशाद-मल्लाह समुदाय के हितों के लिए संघर्ष कर रही है। शुरआत से ही यह पार्टी इस समुदाय के लिए आवाज उठाती आई है। इसकी स्थापना मुकेश सहनी ने 4 नंवबर 2018 को की थी, तभी से यह बिहार के क्षेत्रिय दलों में तेजी से उभर रही है। 2020 में पार्टी ने पहली बार विधानसभा चुनाव लड़े थे और 11 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे। इनमें से सिर्फ 4 ही उम्मीदवार जीत हासिल करने में सफल हो पाए थे। पार्टी का राज्य स्तर पर वोट प्रतिशत 1.52 फीसदी रहा था। इन चुनावों में मिली सीमित सफलता के बाद एक बार फिर 2025 के चुनावों में पार्टी मजबूती से खुद को खड़ा किया और अपने 15 उम्मीदवार चुनावी मैदान में उतारे। अब देखना है कि पार्टी इनमें से कितनी सीटों पर जीत हासिल कर पाती है।