Mumbai Crime Branch : लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक से लेकर बॉलीवुड अभिनेता संजय दत्त तक, इतिहास की कई महत्वपूर्ण घटनाओं की साक्षी रही मुंबई की 117 साल पुरानी प्रतिष्ठित क्राइम ब्रांच बिल्डिंग अब खुद इतिहास बनने जा रही है।
Mumbai Crime Branch Building Demolition: ब्रिटिश शासन के दौरान मुंबई में बनी क्राइम ब्रांच की बिल्डिंग में बाल गंगाधर तिलक को गिरफ़्तारी के बाद रखा गया था। मुंबई हमलों के दोषी पाकिस्तानी आतंकी अजमल कसाब से भी यहीं पूछताछ हुई थी। अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन, अरुण गवली, अबू सलेम और बॉलीवुड के 'खलनायक' संजय दत्त ने भी यहीं पुलिस के सवालों के जवाब दिए थे।
Mumbai Crime Branch Building Demolition: मुंबई पुलिस मुख्यालय परिसर में मौजूद यह बिल्डिंग अपने अंदर बहुत कुछ समेटे हुए है। हालांकि, अब इस बिल्डिंग को ढहाने की तैयारी चल रही है। दरअसल, स्ट्रक्चरल ऑडिटर ने क्राइम ब्रांच की इस इमारत को असुरक्षित घोषित किया है। इसके मद्देनजर अगले सप्ताह इसे ढहा दिया जाएगा। इंडियन एक्स्प्रेस की रिपोर्ट में एक पुलिस अधिकारी के हवाले से बताया गया है कि 26 नवंबर के बाद इमारत को गिराने का काम शुरू होगा। बिल्डिंग काफी जर्जर हो चुकी है और इसकी मरम्मत भी मुमकिन नहीं है इसलिए इसे पहले ही खाली करा लिया गया था।
क्राइम ब्रांच बिल्डिंग को गिराने के बाद यहां छह मंजिल इमारत बनाई जाएगी। अधिकारी ने बताया कि क्राइम ब्रांच को जगह की कमी का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में नई बिल्डिंग बनने से उसकी समस्याएं कम हो जाएंगी। इस बिल्डिंग के एक हिस्से में CCTV मॉनिटरिंग सेंटर, प्रशासनिक शाखा और मीटिंग रूम बनाए जाएंगे। जब तक नई इमारत तैयार नहीं हो जाती, कई कार्यालयों को अस्थायी रूप से दूसरी जगह स्थानांतरित किया जाएगा।
117 साल पुरानी इमारत के स्थान पर भले ही छह मंजिल नई बिल्डिंग खड़ी हो जाएगी, लेकिन इससे जुड़ी यादें पुलिसकर्मियों के जेहन में हमेशा रहेंगी। पूर्व मुंबई पुलिस आयुक्त राकेश मारिया ने कहा कि इस इमारत का एक अलग ही दर्जा है। पुलिस बल का हिस्सा बनने के बाद मेरा सपना था कि इस प्रतिष्ठित इमारत में मेरा ऑफिस हो। उन्होंने बताया कि पिछले चार दशकों में इस इमारत में कई सनसनीखेज मामलों का खुलासा हुआ है। कई कुख्यात अपराधियों से लेकर सेलेब्रिटीज तक से यहीं पूछताछ हुई है।
राकेश मारिया ने बताया कि 1993 के सीरियल बम ब्लास्ट के मामले में बॉलीवुड स्टार संजय दत्त से यहीं पूछताछ की गई थी। इसी तरह, नीरज ग्रोवर हत्याकांड में अभिनेत्री मारिया सुसैरज और उनके बॉयफ्रेंड लेफ्टिनेंट एमिल जेरोम मैथ्यू ने भी यहीं पुलिस के सवालों के जवाब दिए थे। 26/11 मुंबई हमले में शामिल पाकिस्तानी आतंकी कसाब को क्राइम ब्रांच की इसी बिल्डिंग में करीब तीन महीने रखा गया था। अंडरवर्ल्ड डॉन जैसे छोटा राजन, गवली, सलीम और इजाज़ लकड़ावाला से भी पुलिस ने यही सवाल पूछे थे।
यह बिल्डिंग 1908 में बनाई गई थी और शुरुआत में इसका इस्तेमाल हज यात्रियों के रहने के लिए किया जाता था। 1909 में इसे ग्रेटर बॉम्बे क्राइम ब्रांच - क्रिमिनल इंवेस्टिगेशन डिपार्टमेंट को सौंप दिया गया। इस डिपार्टमेंट को ब्रिटिश सरकार ने बाल गंगाधर तिलक की गिरफ़्तारी के बाद हुए दंगों के पश्चात गठित किया था। तिलक को गिरफ़्तारी के बाद यहीं रखा गया था।