Kerala Assembly Elections: बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि मुसलमान BJP को वोट नहीं देते है, यह सच है।
केरल में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष राजीव चंद्रशेखर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बयान दिया कि मुसलमान हमें वोट नहीं देते हैं। राजीव चंद्रशेखर के इस बयान ने प्रदेश में नई राजनीतिक बहस छेड़ दी है। BJP प्रदेश अध्यक्ष के इस बयान को कांग्रेस और वाम दलों ने ध्रुवीकरण की राजनीति बताया। बता दें कि केरल में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं।
प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए BJP प्रेसिडेंट राजीव चंद्रशेखर ने कहा, “पिछले 30 सालों से यह गलत कहानी बनाई गई है कि हम एंटी-मुस्लिम हैं। यह सबसे ऊंचे लेवल का दोगलापन है। हम खुले तौर पर कहते हैं कि हम सबके लिए काम करते हैं। इस गलतफहमी को दूर करने के लिए, प्रो. अब्दुल सलाम की लीडरशिप में एक मुस्लिम आउटरीच टीम बनाई गई है। वे लोगों से मिल रहे हैं, बातचीत कर रहे हैं, वोट के लिए नहीं, बल्कि यह समझने के लिए कि ऐसी गलतफहमियां क्यों हैं।”
उन्होंने आगे कहा कि BJP हर धर्म का सम्मान करती है। हमने कभी किसी धर्म के खिलाफ काम नहीं किया है, और न ही कभी करेंगे। यह कहानी कि BJP एंटी-मुस्लिम है, LDF और कांग्रेस ने बनाई है। लेकिन हम जमात-ए-इस्लामी और SDPI के खिलाफ हैं क्योंकि वे संविधान के खिलाफ काम करते हैं। हम उन लोगों के भी खिलाफ हैं जो उनका सपोर्ट करते हैं। BJP संविधान विरोधी ताकतों के खिलाफ खड़ी है, किसी धर्म के खिलाफ नहीं।
राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि सच तो यह है कि मुसलमान हमें वोट नहीं देते। लेकिन कांग्रेस को वोट देकर उन्हें क्या मिलता है? हमने कभी किसी को नुकसान नहीं पहुंचाया। BJP में शहनवाज हुसैन और मुख्तार अब्बास नकवी जैसे मुस्लिम नेता हैं। आज भी, जम्मू कश्मीर से राज्यसभा में मुस्लिम सांसद हैं। केरल में लोकल बॉडी इलेक्शन में कई मुस्लिम BJP कैंडिडेट हैं। 2017 से पहले, केरल से एक भी कैबिनेट मिनिस्टर नहीं था। हमारे नेशनल वाइस प्रेसिडेंट अब्दुल्लाकुट्टी हैं, और हमारे स्टेट वाइस प्रेसिडेंट अब्दुल सलाम हैं। BJP जमात-ए-इस्लामी नहीं है।
उन्होंने आगे कहा कि हम कॉन्स्टिट्यूशन और डेमोक्रेसी में विश्वास करते हैं। जमात-ए-इस्लामी खुलेआम कहता है कि उन्हें कॉन्स्टिट्यूशन नहीं चाहिए और डेमोक्रेसी में विश्वास नहीं है। हम मुस्लिम कम्युनिटी का विश्वास जीतने के लिए कड़ी मेहनत करेंगे और LDF और UDF के इस ज़हरीले कैंपेन को खत्म करेंगे।
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष के इस बयान के बाद प्रदेश में राजनीति तेज हो गई है। विपक्षी दलों ने इसे ध्रुवीकरण की राजनीति बताया है। कांग्रेस नेता ने कहा कि प्रतिनिधित्व संविधान का सवाल है, सौदेबाजी का नहीं।