10 जून भारत के लिए बड़ा दिन साबित होने जा रहा है। शुभांशु अमेरिका के फ्लोरिडा से अंतरिक्ष के लिए उड़ान भरेंगे। शुभांशु चार दशक बाद अंतरिक्ष यात्रा करने वाले दूसरे भारतीय बन जाएंगे।
10 जून भारत (INDIA) के लिए बड़ा दिन साबित होने वाला है। भारतीय अंतरिक्ष यात्री ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला (Indian astronaut Group Captain Shubhanshu Shukla) सहित 4 अन्य सदस्य भारतीय समयानुसार, 10 जून शाम 5 बजकर 52 मिनट पर अमेरिका के फ्लोरिडा स्थित नासा के कैनेडी अंतरिक्ष केंद्र से उड़ान भरेंगे। शुंभाशु एक्सिओम स्पेश की चौथी मानव अंतरिक्ष उड़ान पर रवाना होंगे। शुभांशु भारतीय समयानुसार 11 जून को रात करीब 10 बजे अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर पहुंचेंगे।
शुभांशु के साथ में पोलैंड से स्लावोस्ज उजनांस्की-विस्नीवस्की और हंगरी से टिबोर कापू और अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री पैगी व्हिटसन अंतरिक्ष के लिए उड़ान भरेंगे। शुभांशु चार दशक बाद अंतरिक्ष यात्रा करने वाले दूसरे भारतीय बन जाएंगे। शुंभाशु से पहले स्कावड्रन लीडर राकेश शर्मा ने 1984 में रूस के सोयूज अंतरिक्ष यान से अंतरिक्ष की यात्रा की थी।
शुभांशु शुक्ला का जन्म 10 अक्टूबर 1985 को लखनऊ (उत्तर प्रदेश) में हुआ था। उन्होंने स्कूली शिक्षा मॉन्टेसरी स्कूल से पूरी की। स्कूली शिक्षा के बाद शुभांशु शुक्ला ने राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (NDA) में दाखिला लिया और 17 जून 2006 को भारतीय वायुसेना की फाइटर स्ट्रीम में कमीशन प्राप्त किया। ग्रुप कैप्टन बनने से पहले, उन्होंने भारतीय वायुसेना के विंग कमांडर के रूप में काम किया।
उनके पास 2 हजार घंटों का उड़ान अनुभव है. वह वर्तमान में भारतीय वायुसेना में लड़ाकू विमान परीक्षण पायलट है। उन्होंने सुखोई-30एमकेआई, मिग-21, मिग-29, एएन-32, डोर्नियर, हॉक और जगुआर उड़ाए हैं।
पीटीआई के रिपोर्ट के मुताबिक, नासा ने यात्रा को लेकर कहा कि फाल्कन 9 रॉकेट के जरिए प्रक्षेपण के बाद चालक दल नए स्पेसएक्स ड्रैगन अंतरिक्ष यान पर परिक्रमा प्रयोगशाला की यात्रा करेगा। वहीं, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के अध्यक्ष वी नारायणन ने अंतरिक्ष उड़ान की तैयारियों की समीक्षा के लिए बीते सप्ताह एक्सिओम स्पेस का दौरा किया था।
यात्रा की तैयारी के लिए चारों अंतरिक्ष 25 मई से क्वारंटाईन हैं। 10 जून को प्रक्षेपण से पहले सभी तरह की प्रशिक्षण ले रहे हैं।
एक्सिओम स्पेस ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि एक्स-4 चालक दल व्यापक प्रशिक्षण प्राप्त करता है, जिसमें पानी के नीचे से बच निकलने के अभ्यास जैसे कई प्रशिक्षण शामिल हैं।
इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन की यात्रा पर भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला ने कहा कि इस बेहद महत्वपूर्ण परियोजना का हिस्सा होना उनके लिए सौभाग्य की बात है। वह सदस्यों के साथ स्पेसएक्स के ड्रैगन अंतरिक्ष यान से ISS की यात्रा करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। शुक्ला ने कहा कि एक्सिओम मिशन 4 के अनुभव का उपयोग गगनयान मिशन में बहुत अच्छी तरह से किया जाएगा।