India Pakistan Conflict: NCERT ने कक्षा 3 से 12 तक के छात्रों के लिए 'ऑपरेशन सिंदूर' पर दो स्पेशल मॉड्यूल लॉन्च किए हैं।
राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (NCERT) ने कक्षा 3 से 12 तक के छात्रों के लिए 'ऑपरेशन सिंदूर' पर दो विशेष मॉड्यूल लॉन्च किए हैं। इनका उद्देश्य बच्चों को साहस, रणनीति और राष्ट्रीय गौरव के पाठों से सीधे जोड़ना है। ये मॉड्यूल 'ऑपरेशन सिंदूर' को सिर्फ शौर्य गाथा ही नहीं बल्कि, शांति की रक्षा और पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए लोगों के सम्मान का प्रतीक बताते हैं। ये मॉड्यूल छात्रों को पुलवामा (2019) हमले और बालाकोट एयर स्ट्राइक जैसी घटनाओं से भी अवगत कराते हैं। साथ ही इसमें अनुच्छेद 370 हटने के बाद जम्मू-कश्मीर में हुए बदलावों- शांति, विकास, शिक्षा और पर्यटन- का भी जिक्र है।
इन मॉड्यूल को पूरक सामग्री के रूप में पेश किया गया है, जिनमें हमलों के नक्शे, मार गिराए गए पाकिस्तानी ड्रोन की तस्वीरें और स्वदेशी रक्षा प्रणालियां शामिल हैं। एनसीईआरटी ने इस ऑपरेशन को 'एक सैन्य सफलता, एक तकनीकी उपलब्धि और एक राजनीतिक संदेश' बताया है। इन मॉड्यूल का उद्देश्य छात्रों को साहस, एकता और देशभक्ति के पाठ पढ़ाने के साथ-साथ भारत की रक्षा क्षमताओं और आतंक के खिलाफ खड़े होने की सीख देना है।
मॉड्यूल में इस पर भी जोर दिया गया है कि हमले के बाद पूरा देश कैसे एकजुट हुआ। देशभर में कैंडल मार्च हुए, मुस्लिम समुदायों ने काली पट्टियां बांधकर विरोध जताया और कश्मीर में दुकानदारों ने दुकानें बंद रखकर आतंक की निंदा की। 'सिंदूर' नाम पीड़ितों की विधवाओं के सम्मान में चुना गया, जो सहानुभूति और एकता का प्रतीक है।
एनसीईआरटी के मुताबिक, ऑपरेशन ने भारत की तकनीकी आत्मनिर्भरता और 'मेक इन इंडिया' रक्षा पहल की ताकत दिखा दी। स्वदेशी जेट, मिसाइल, ड्रोन और उपग्रहों का प्रदर्शन हुआ। कूटनीतिक स्तर पर भी भारत ने अमरीका को जुलाई 2025 में 'टीआरएफ' को विदेशी आतंकी संगठन घोषित करने के लिए सहमत कर लिया।
1) कक्षा 3 से 8: 'ऑपरेशन सिंदूर - वीरता की गाथा' साहस, सहानुभूति और मिशन के मानवीय पक्ष पर आधारित है।
2) कक्षा 9 से 12: 'ऑपरेशन सिंदूर - सम्मान और बहादुरी का मिशन' सामरिक उद्देश्यों, तकनीकी प्रगति और भारत की सैन्य शक्ति पर केंद्रित है।