PM Modi National Addresses: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विशेष अवसरों पर राष्ट्र को संबोधित किया है। पेश है खास मौकों पर दिए गए उनके संबोधनों पर आधारित एम आई ज़ाहिर की स्पेशल रिपोर्ट:
PM Modi National Addresses: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 21 सितंबर को राष्ट्र के नाम संबोधन (PM Modi national address) में कहा कि हमें विदेशी चीजों से मुक्ति पाना है। ध्यान रहे कि नरेंद्र मोदी भारत के पहले प्रधानमंत्री हैं जिन्होंने लगातार तीन बार (2014, 2019, 2024) लोकतांत्रिक प्रक्रिया से सत्ता प्राप्त की और हर बार उन्होंने देशभर में जनसमर्थन के साथ ऐतिहासिक जीत हासिल की। वे देश के सबसे प्रभावशाली और संप्रेषणशील नेताओं में गिने जाते हैं। वे केवल नीतियां लागू नहीं करते, बल्कि लोगों तक सीधे संवाद भी स्थापित करते हैं — खासकर तब, जब देश किसी बड़े फैसले या संकट से गुजर रहा हो। वैसे वे हर महीने के आखिरी रविवार को "मन की बात" रेडियो कार्यक्रम के जरिए देशवासियों से संवाद भी करते हैं। अब सवाल ये उठता है कि मोदी ने अब तक कितनी बार राष्ट्र को संबोधित किया है? (Modi top 10 speeches) हालांकि सरकार की ओर से इन संबोधनों की कोई आधिकारिक संपूर्ण सूची नहीं जारी की गई है, लेकिन कुछ खास अवसरों पर दिए गए राष्ट्र के नाम संबोधन को लेकर काफी चर्चा हुई है। इन भाषणों में उन्होंने ऐतिहासिक फैसलों, संकट की घड़ियों और नीति परिवर्तनों पर सीधे जनता को जानकारी दी है। इसमें मन की बात शामिल नहीं है।
प्रधानमंत्री मोदी का पहला कार्यकाल कई बड़े और चौंकाने वाले फैसलों के लिए जाना गया। इनमें सबसे अहम था 8 नवंबर 2016 का नोटबंदी वाला संबोधन। उस रात राष्ट्र को संबोधित करते हुए उन्होंने 500 और 1000 के नोटों को अवैध घोषित कर दिया था। इस फैसले ने पूरे देश को चौंका दिया और लंबी बहस की शुरुआत की।
मोदी के दूसरे कार्यकाल की शुरुआत भी ऐतिहासिक निर्णयों से हुई। अगस्त 2019 में उन्होंने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद देश को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि यह फैसला देश की एकता और अखंडता के लिए ज़रूरी था।
2020 में जब कोरोना महामारी ने दस्तक दी, तो उन्होंने कई बार राष्ट्र के नाम संबोधन कर लोगों से संयम, सहयोग और कोरोना गाइडलाइंस पालन की अपील की। यही नहीं, 19 नवंबर 2021 को पीएम मोदी ने देश से माफी मांगते हुए विवादित तीन कृषि कानूनों को वापस लेने की घोषणा भी एक राष्ट्र संबोधन के ज़रिये की।
प्रधानमंत्री ने 2025 के मई महीने में एक बार फिर देश को संबोधित किया, जब भारत ने "ऑपरेशन सिंदूर" के तहत पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया। इस दौरान पीएम मोदी ने स्पष्ट कहा कि भारत अब चुप नहीं बैठेगा और आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई करेगा। इसके अलावा, 15 अगस्त 2025 को स्वतंत्रता दिवस पर उन्होंने “विकसित भारत 2047” की रूपरेखा पेश की और आत्मनिर्भर भारत को लेकर अपनी सरकार का विज़न शेयर किया।
पूरा नाम: नरेंद्र दामोदरदास मोदी
जन्म: 17 सितंबर 1950, वडनगर, गुजरात
राजनीतिक दल: भारतीय जनता पार्टी (BJP)
अन्य भूमिका: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के स्वयंसेवक
पूर्व भूमिका: गुजरात के मुख्यमंत्री (2001–2014)
पहली बार – 26 मई 2014
नरेंद्र मोदी ने पहली बार भारत के 15वें प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली थी।
इस चुनाव में बीजेपी ने अकेले बहुमत हासिल किया था (282 सीटें)।
यह शपथग्रहण राष्ट्रपति भवन में आयोजित भव्य समारोह में हुआ था।
दूसरी बार – 30 मई 2019
2019 के लोकसभा चुनाव में भी बीजेपी ने जबरदस्त जीत दर्ज की (303 सीटें)।
नरेंद्र मोदी ने लगातार दूसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली।
यह समारोह भी राष्ट्रपति भवन में आयोजित हुआ और दुनिया भर से मेहमान बुलाए गए।
तीसरी बार – 9 जून 2024
नरेंद्र मोदी ने तीसरी बार भारत के प्रधानमंत्री पद की शपथ ली।
इस बार बीजेपी को पूर्ण बहुमत नहीं मिला, लेकिन NDA गठबंधन को बहुमत मिला।
नरेंद्र मोदी ने एनडीए सरकार के मुखिया के रूप में शपथ ली।
| क्रम | तारीख | अवसर / कारण | प्रमुख बयान |
|---|---|---|---|
| 1 | 8 नवंबर 2016 | नोटबंदी की घोषणा | "आज आधी रात से 500 और 1000 के नोट चलन में नहीं रहेंगे।" |
| 2 | 27 मार्च 2019 | अंतरिक्ष में मिशन शक्ति की सफलता | "भारत अब अंतरिक्ष में भी आत्मनिर्भर और सुरक्षित है।" |
| 3 | 15 अगस्त 2019 | स्वतंत्रता दिवस भाषण | "अब देश अनुच्छेद 370 को पीछे छोड़कर आगे बढ़ेगा।" |
| 4 | 24 मार्च 2020 | पहला लॉकडाउन घोषणा (COVID-19) | "आज रात 12 बजे से देशभर में संपूर्ण लॉकडाउन लागू होगा।" |
| 5 | 19 नवंबर 2021 | कृषि कानूनों को वापस लेने की घोषणा | "मैं तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की घोषणा करता हूं।" |
| 6 | 15 अगस्त 2023 | स्वतंत्रता दिवस भाषण | "नारी शक्ति, नव युवा और नव भारत, यही हमारे भविष्य की पहचान हैं।" |
| 7 | 9 जून 2024 | तीसरी बार पीएम पद की शपथ के बाद | "जनता का ये जनादेश सेवा और संकल्प का प्रतीक है।" |
| 8 | 12 मई 2025 | ऑपरेशन सिंदूर (सीमा पार कार्रवाई) | "भारत अब आतंकवाद को उसकी भाषा में जवाब देगा।" |
| 9 | 15 अगस्त 2025 | स्वतंत्रता दिवस भाषण | "2047 तक विकसित भारत का सपना अब हर भारतीय का संकल्प बन गया है।" |
| 10 | 21 सितंबर 2025 | नवरात्रा व बचत उत्सव पूर्व संबोधन | अब 90 प्रतिशत चीजें जीएसटी के दायरे में आ गई हैं। |
बहरहाल प्रधानमंत्री मोदी के राष्ट्र के नाम संबोधन सिर्फ औपचारिक भाषण नहीं होते, बल्कि देश की दिशा और दशा तय करने वाले महत्वपूर्ण क्षण होते हैं। चाहे आर्थिक सुधार हो, राष्ट्रीय सुरक्षा, या जनभावनाओं से जुड़ा कोई मुद्दा,,मोदी ने कई बार सीधे देश से संवाद कर यह दिखाया है कि प्रधानमंत्री और जनता के बीच संवाद की कड़ी मजबूत होनी चाहिए।