मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले महीने जम्मू-कश्मीर का अपना दौरा रद्द कर दिया था क्योंकि उन्हें पहलगाम आतंकी हमले से तीन दिन पहले एक खुफिया रिपोर्ट मिली थी।
Pahalgam Attack: जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव जारी है। इसी बीच कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने एक बड़ा दावा किया है। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि बीजेपी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार ने स्वीकार किया है कि हमला खुफिया विफलता का नजीता था। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले महीने जम्मू-कश्मीर का अपना दौरा रद्द कर दिया था क्योंकि उन्हें पहलगाम आतंकी हमले से तीन दिन पहले एक खुफिया रिपोर्ट मिली थी। दरअसल, कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने ये बात झारखंड में एक रैली को संबोधित करते हुए कही।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि यह एक खुफिया विफलता है। खरगे ने आगे कहा कि सरकार ने इसे स्वीकार किया है और वे इसे हल करेंगे। अगर उन्हें यह पता था, तो उन्होंने कुछ क्यों नहीं किया? मुझे जानकारी मिली है कि हमले से तीन दिन पहले, प्रधानमंत्री मोदी को एक खुफिया रिपोर्ट भेजी गई थी और इसलिए, उन्होंने कश्मीर जाने का अपना कार्यक्रम रद्द कर दिया। मैंने इसे एक समाचार पत्र में भी पढ़ा।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने रैली को संबोधित करते हुए कहा कि पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान के खिलाफ किसी भी कार्रवाई के लिए सरकार के साथ कांग्रेस खड़ी है, क्योंकि देश सर्वोच्च है। केंद्र सरकार से सवाल पूछते हुए खरगे ने कहा कि यदि उनके पास खुफिया रिपोर्ट थी तो पहलगाम में अधिक सुरक्षा तैनात क्यों नहीं की गई?
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि क्या केंद्र को पहलगाम हमले में हुई जानमाल की हानि के लिए जवाबदेह नहीं होना चाहिए, जब उसने खुफिया विफलता स्वीकार कर ली है।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे पर बीजेपी सांसद रविशंकर प्रसाद ने कहा मल्लिकार्जुन खरगे को क्या हो गया है। एक तरफ मीटिंग के दौरान वो कहते हैं कि वो देश के साथ हैं और दूसरी तरफ कह रहे हैं कि पीएम कश्मीर नहीं गए क्योंकि उन्हें हमले की जानकारी थी। ये सुनना दुर्भाग्यपूर्ण है, खासकर तब जब देश पहले से ही सीमा पर तनाव से गुजर रहा है। हम इस समय ऐसी चीजों की उम्मीद नहीं करते हैं।
बीजेपी नेता सीआर केसवन ने कहा कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने आधुनिक समय के मीर जाफर के समान विश्वासघाती बयान दिए हैं। प्रधानमंत्री के खिलाफ उनका जहरीला, निराधार, निराधार बयान बेहद निंदनीय और निंदनीय है और खरगे की टिप्पणी अक्षम्य, अक्षम्य है और इसे माफ नहीं किया जा सकता। हर कोई उनसे बिना शर्त माफी की मांग करता है, और उन्हें यह भी बताना चाहिए कि इस तरह की अपमानजनक टिप्पणी करने के लिए उन्हें किस तरह की जानकारी मिली थी।