कांग्रेस सांसद ने कहा कि विकास को गति देने के लिए हमें अधिक उत्पादन करने, सार्थक विनिर्माण पारिस्थितिकी तंत्र बनाने और बड़े पैमाने पर उच्च गुणवत्ता वाली नौकरियां सृजित करने की आवश्यकता है।
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी इन दिनों जर्मनी के दौरे पर हैं। बुधवार को कांग्रेस सांसद ने बीएमडब्ल्यू के एक कारखाने का दौरा किया, जहां उन्होंने भारत के विनिर्माण क्षेत्र पर चर्चा की और देश में उत्पादन बढ़ाने की आवश्यकता पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि विनिर्माण मजबूत अर्थव्यवस्थाओं की रीढ़ है। दुख की बात है कि भारत में विनिर्माण में गिरावट आ रही है।
कांग्रेस सांसद ने आगे कहा कि विकास को गति देने के लिए हमें अधिक उत्पादन करने, सार्थक विनिर्माण पारिस्थितिकी तंत्र बनाने और बड़े पैमाने पर उच्च गुणवत्ता वाली नौकरियां सृजित करने की आवश्यकता है।
राहुल गांधी के इस बयान पर देश में राजनीतिक विवाद छिड़ गया। बीजेपी ने कहा कि कांग्रेस सांसद ने एक बार फिर विदेशी धरती से भारत का अपमान किया है। बीजेपी नेता संबित पात्रा ने कहा कि विपक्ष के नेता पर बहुत बड़ी जिम्मेदारी है। विपक्ष के नेता को सच में जिम्मेदारी से पेश आना होता है, खासकर तब जब वह विदेशी धरती पर हो।
पात्रा ने आगे कहा कि यहां पर संसद चल रही है, सदन में कई बिल पर चर्चा हो रही है और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी जर्मनी में इंडियन डायस्पोरा को एड्रेस करने गए हैं। आज हमने राहुल गांधी को म्यूनिख में BMW फैक्ट्री जाते हुए देखा और वहां उन्होंने उनकी मैन्युफैक्चरिंग की तारीफ़ की और कहा कि उन्हें दुख है कि इंडिया में मैन्युफैक्चरिंग खराब है।
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी का बार-बार विदेश जाना और विदेशी धरती से इंडिया की बेइज्जती करना दिखाता है कि राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी की इंडिया के लिए क्या भावनाएं हैं। राहुल और जिम्मेदारी कभी साथ-साथ नहीं चल सकते। जब भी वह विदेश जाते हैं, तो पार्लियामेंट और इंडिया की बेइज्जती करते हैं।
वहीं इस मुद्दे पर आम आदमी पार्टी के दिल्ली अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज ने कहा, "मैं कभी जर्मनी नहीं गया, लेकिन राहुल गांधी यहां रहते हुए भी यह कह सकते थे। देश में एक्सपोर्ट गिर रहा है। इसलिए, रुपया सभी इंटरनेशनल करेंसी के मुकाबले गिर रहा है। रुपये की वैल्यू में गिरावट इस बात का संकेत है कि इकॉनमी गिर रही है।"