एसआईटी ने दावा किया कि इन लोगों ने वोटर लिस्ट से नाम हटवाने के लिए बड़े कॉल सेंटर नेटवर्क का इस्तेमाल किया।
Vote Chori Case: लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी लगातार वोट चोरी का मुद्दा उठा रहे हैं। उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कर्नाटक के आलंद विधानसभा क्षेत्र में वोट चोरी होने का आरोप लगाया था। वहीं अब इस मामले की जांच कर रही एसआईटी ने बीजेपी नेताओं पर बड़ा एक्शन लिया है। SIT ने पूर्व बीजेपी विधायक, उनके बेटे सहित सात व्यक्तियों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया है।
बता दें कि एसआईटी ने वोटर लिस्ट से पात्र मतदाताओं के नाम कटवाने के मामले में 22 हजार पन्नों की चार्जशीट दाखिल की है। यह कलबुर्गी की सिटी ACMM कोर्ट में दाखिल की गई। इसमें वोटर लिस्ट से 5,994 लोगों के नाम हटाए जाने का आरोप लगाया गया है।
एसआईटी ने बीजेपी के पूर्व विधायक सुभाष गुट्टेदार को मुख्य आरोपी बनाया है, जबकि उनके बेटे हर्षनद और पांच अन्य लोगों को भी आरोपी बनाया है। SIT ने दावा किया कि विधानसभा चुनाव 2023 से पहले इन्होंने सुनियोजित तरीके से वोटर लिस्ट से 5,994 वोटरों के नाम हटवाने की साजिश रची थी।
एसआईटी ने दावा किया कि इन लोगों ने वोटर लिस्ट से नाम हटवाने के लिए बड़े कॉल सेंटर नेटवर्क का इस्तेमाल किया। लोगों के फर्जी आवेदन भरे गए और नाम हटवाने के बदले पैसे भी दिए गए। बता दें कि यह मामला सबसे पहले कांग्रेस विधायक बीआर पाटिल ने उठाया था।
वहीं एसआईटी द्वारा चार्जशीट दाखिल करने के बाद हर्षानंद ने आरोपों को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि उनके पिता को इस मामले में झूठा फंसाया जा रहा है।
इस मामले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया जा चुका है। उस पर आरोप था कि वह OTPbazaar नामक एक वेबसाइट चलाता था, जो अमेरिका स्थित एक प्लेटफॉर्म से जुड़ी थी और "OTP बाईपास" की सुविधा प्रदान करती थी। हालांकि बाद में उसे रिहा कर दिया था।