महबूबा मुफ्ती ने कहा कि बीजेपी लव जिहाद, भूमि जिहाद, वोट जिहाद और गाय जिहाद की आड़ में देश के मुसलमानों को निशाना बना रही है और उन्हें बदनाम करने वाले विभाजनकारी नारे लगा रही है।
जम्मू कश्मीर की पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती ने अफगानिस्तान के विदेश मंत्री के भारत दौरे को लेकर मोदी सरकार और बीजेपी पर निशाना साधा है। उन्होंने बीजेपी सरकार पर मुसलमानों को निशाना बनाने का भी आरोप लगाया। पीडीपी चीफ ने कहा कि बीजेपी लव जिहाद, भूमि जिहाद, वोट जिहाद और गाय जिहाद की आड़ में देश के मुसलमानों को निशाना बना रही है और उन्हें बदनाम करने वाले विभाजनकारी नारे लगा रही है।
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पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ़्ती ने कहा- केंद्र सरकार तालिबान को आतंकवादी कहते थी। आप उनके साथ बातचीत कर रहे हैं, लेकिन अपने ही लोगों से यह दुश्मनी क्यों? अगर तालिबान के साथ बातचीत और अच्छे संबंध बनाने से देश को फायदा होता है तो यह अच्छी बात है, लेकिन पहले भारत के मुसलमानों से जुड़ें, जिनकी मस्जिदें, स्कूल और घर आप तोड़ रहे हैं। जम्मू-कश्मीर में बेरोजगारी सबसे ज्यादा है।
महबूबा मुफ्ती ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा- आप तालिबान का हाथ जोड़कर स्वागत कर रहे हैं, लेकिन आपको देश के मुसलमानों के साथ भी अच्छा व्यवहार करना चाहिए। वहीं उन्होंने केंद्र सरकार पर जम्मू कश्मीर के लोगों की जिंदगी तबाह करने का भी आरोप लगाया।
मुफ्ती ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, भारत-जो लोकतंत्र की जननी है-बीजेपी के तहत तालिबान, जो जिहाद का जनक है, को गले लगा रहा है। वह अफ़ग़ानिस्तान को फिर से बनाने के लिए सभी प्रकार की सहायता देने का निर्णय ले चुका है, जिसमें अफ़ग़ान छात्रों को शैक्षिक छात्रवृत्तियाँ भी शामिल हैं।
जबकि अफ़ग़ानिस्तान से अच्छे रिश्ते रखना रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण हो सकता है, यह एक स्पष्ट विरोधाभास पैदा करता है: भारत की अपनी मुस्लिम जनसंख्या, जिन्होंने देश की पहचान और प्रगति में योगदान किया है, उन्हें बुनियादी अधिकारों और अवसरों से वंचित किया जा रहा है। मुस्लिम छात्रों के लिए छात्रवृत्तियाँ वापस लेना इस आंतरिक दोहरे रुख को स्पष्ट करता है।
पूर्व सीएम मुफ्ती ने कहा- अंतरराष्ट्रीय संबंधों का निर्माण जरूरी है, लेकिन एक स्थिर और सामंजस्यपूर्ण राष्ट्र की नींव अपने ही देश के भीतर विश्वास, सम्मान और समानता पर आधारित होनी चाहिए, खासकर अपनी मुस्लिम जनसंख्या के साथ। उम्मीद है कि बुलडोज़र बाबा सुन रहे होंगे!”