बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर बयानबाजी तेज हो गई है। महाराष्ट्र सीएम देवेंद्र फडणवीस एनडीए प्रचार के लिए बिहार पहुंचे हैं। तेजस्वी यादव पर उन्होंने निशाना साधा है. उन्होंने कहा- उन्हें हार का एहसास है, इसलिए कई लोगों को उपमुख्यमंत्री बनाने का झूठा वादा किया है।
बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर पक्ष और विपक्ष के बीच बयानबाजी तेज हो गई है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस एनडीए के पक्ष में चुनाव प्रचार करने के लिए बिहार पहुंचे हैं। इस दौरान, उन्होंने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता तेजस्वी यादव पर जमकर निशाना साधा।
उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव को एहसास हो गया है कि वह बिहार में सरकार बनाने में सफल नहीं होंगे, इसलिए उन्होंने कई लोगों को उपमुख्यमंत्री बनाने का झूठा वादा कर दिया है।
फडणवीस ने कहा कि तेजस्वी यादव ने कम से कम 25 लोगों से वादा किया है कि वह उन्हें उपमुख्यमंत्री बनाएंगे क्योंकि वह जानते हैं कि वह चुनाव नहीं जीतेंगे और जिनको चुनाव नहीं जीतना होता है, वही ऐसे वादे करते हैं।
महाराष्ट्र सीएम ने आगे कहा कि जो चुनाव जीतने वाले होते हैं, उन्हें पता रहता है कि उन्हें हकीकत का सामना करना होगा, आप जनता से झूठ नहीं बोल सकते, इसलिए वे ऐसे वादे नहीं करते।
वहीं, प्रियंका गांधी वाड्रा की हालिया टिप्पणी पर भी फडणवीस ने करारा जवाब दिया है। जिसमें यह कहा गया था कि एनडीए सरकार की उल्टी गिनती शुरू हो गई है।
इसपर फडणवीस ने कहा कि प्रियंका गांधी को मुझे बताना चाहिए कि 'मेरी' राजनीति का क्या मतलब है, क्या यह समावेशी राजनीति है या विभाजनकारी? उन्होंने सबसे ज्यादा विभाजनकारी राजनीति की है।
उधर, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने शनिवार को तेजस्वी यादव के उस चुनावी वादे की आलोचना की थी, जिसमें उन्होंने बिहार विधानसभा चुनाव के बाद महागठबंधन के सत्ता में आने पर राज्य के हर परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने का वादा किया था।
गोयल ने कहा कि तेजस्वी यादव के वादे झूठ का पुलिंदा हैं। नीतीश कुमार के वादे भरोसेमंद हैं। बता दें कि महागठबंधन के संकल्प पत्र में वादा किया गया है कि नई सरकार बनने के 20 महीने के भीतर हर परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाएगी।
गोयल ने कहा कि अगर बिहार का बजट 25 गुना भी बढ़ा दिया जाए, तो भी यह संभव नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि बिहार के युवा इतने समझदार हैं कि ऐसे वादों की व्यावहारिकता को समझ सकते हैं।