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8 नहीं 9 जून को होगा नई सरकार का शपथ ग्रहण, प्रधानमंत्री बनते ही इतिहास रच देंगे PM मोदी, सामने आई लेटेस्ट जानकारी

PM Modi Oath: नई सरकार का शपथ ग्रहण समारोह अब 8 जून के बजाए 9 जून शनिवार को हो सकता है।

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लोकसभा चुनाव 2024 का नतीजा आ चुका है। इस बार देश की जनता ने किसी भी पार्टी को पूर्ण बहुमत नहीं दिया है। हालांकि बीजेपी के नेतृत्व वाली NDA गठबंधन बहुमत का आंकड़ा पार करने में कामयाब हो गई है। वहीं, अब जानकारी सामने आ रही है कि नई सरकार का शपथ ग्रहण समारोह अब 8 जून के बजाए 9 जून शनिवार को हो सकता है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक कार्यवाहक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए बांग्लादेश की प्रधानमंत्री, श्रीलंका के राष्ट्रपति, भूटान के प्रधानमंत्री, मॉरिशस के प्रधानमंत्री समेत कई नेताओं को निमंत्रण भेजा है।

बहुमत का आंकड़ा छूने से चूक गई बीजेपी

इस बार के चुनाव में बीजेपी बहुमत के आंकड़ों को छू नहीं पाई है। उसे कुल 240 सीटें ही मिली है। हालांकि पीएम मोदी के नेतृत्व वाली NDA गठबंधन ने 293 सीटें जीतने में कामयाब रही है। वहीं, INDIA ब्लॉक 234 सीटें जीतने में कामयाब रहा है। हालांकि देश की सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी कांग्रेस को 99 सीटें ही मिल पाई है।

प्रधानमंत्री बनते ही इतिहास रच देंगे मोदी

9 जून को नरेंद्र मोदी लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेकर इतिहास रच देंगे। दरअसल, देश में अब तक जितने भी प्रधानमंत्री हुए है उनमें पंडित नेहरु को छोड़कर कोई भी ऐसा नहीं है, जिसने लगातार तीन बार पीएम पद की शपथ ली हो। हां कांग्रेस की ही इंदिरा गांधी ने 3 बार से ज्यादा बार पीएम पद की शपथ ली है। लेकिन इनमें वह पहली बार 1964 में शास्त्री जी के निधन के बाद तो दो बार 1967 और 1972 में चुनाव जीतकर देश की सत्ता संभाली। हालांकि वह भी अपने पिता की तरह 4 बार शपथ ले चुकी है। लेकिन देश में 1975 में आपातकाल लगाने की वजह से उन्हें 2 साल तक विपक्ष में रहना पड़ा था और 1979 में हुए मध्यवर्ती चुनाव में जीतकर उन्होंने चौथी बार पीएम पद की शपथ ली। वहीं, लगातार तीन बार गैर कांग्रेसी पीएम बनने का रिकॉर्ड भी पीएम मोदी ही बनाएंगे।

सहयोगी दल होंगे सरकार का हिस्सा

बुधवार को मोदी ने सत्तारूढ़ गठबंधन के सदस्यों के साथ एक बैठक की अध्यक्षता की। इस बैठक में मोदी को सर्वसम्मति से अपना नेता चुना गया। भाजपा की सहयोगी जनता दल (यूनाइटेड) के नेताओं ने भी पार्टी अध्यक्ष और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ विचार-विमर्श किया है। हालांकि क्षेत्रीय पार्टी ने इस मुद्दे पर आधिकारिक तौर पर कुछ भी नहीं कहा है। सूत्रों ने कहा कि वो बिहार में अपनी खोई हुई जमीन वापस पाने के लिए कुछ प्रमुख मंत्री पद हासिल करना चाहते हैं। इसलिए वह सरकार में शामिल हो सकते हैं। एनडीए में बीजेपी के बाद दूसरे नंबर पर चंद्रबाबू नायडू की तेलुगु देशम पार्टी ने 16 सीटें और तीसरे नंबर पर जद (यू) ने 12 सीटों पर जीत दर्ज की है। भाजपा के नेतृत्व वाली नई सरकार का भविष्य इन दोनों ही पार्टियों पर निर्भर करेगा।


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