Vaishno Devi Yatra: माता वैष्णो देवी की यात्रा 14 सितंबर (रविवार) से फिर से शुरू होगी। भारी बारिश और भूस्खलन के कारण कई दिनों से बंद यात्रा मार्ग अब सुरक्षित हो गया है। मरम्मत कार्य पूरा होने और मौसम अनुकूल होने के बाद यह निर्णय लिया गया है।
Mata Vaishno Devi वैष्णो देवी जाने वाले सभी श्रद्धालुओं के लिए अच्छी खबर आ गई है। दरअसल, खराब मौसम (Jammu Weather Condition) और ट्रैक के आवश्यक रखरखाव के कारण माता वैष्णो देवी (Mata Vaishno Devi Yatra) की यात्रा पर पिछले कई दिनों से रोक लगाई गई थी। अब प्रशासन ने यात्रा से रोक हटाने का निर्णय लिया है।
बताया जा रहा है कि मौसम की अनुकूल स्थिति को देखते हुए माता वैष्णो देवी की यात्रा 14 सितंबर (रविवार) से फिर शुरू हो जाएगी। माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने इस बात की जानकारी दी है।
भारी बारिश और भूस्खलन (Land Slide In Vaishno Devi Route) के कारण माता वैष्णो देवी यात्रा मार्ग बाधित हुआ था, जिससे तीर्थयात्रियों के लिए आवाजाही असुरक्षित हो गई थी। प्रशासन ने तीर्थयात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यात्रा स्थगित कर दी थी।
जानकारी के मुताबिक, भारी बारिश के कारण हिमकोटि मार्ग पर 30 फीट तक मलबा जमा हो गया था और रास्ते में बड़े-बड़े पत्थर होने के कारण यात्रा रोकी गई थी। गुफा मंदिर तक जाने वाले रास्ते पर बड़े पैमाने पर मरम्मत और सफाई का काम चल रहा था, जो अब पूरा हो चुका है।
26 अगस्त को हुए भूस्खलन के बाद वैष्णो देवी यात्रा स्थगित कर दी गई थी, जिसमें 34 लोग मारे गए थे और कई घायल हुए थे। यह आपदा दोपहर लगभग 3 बजे आई, जब भारी बारिश के कारण कटरा से मंदिर तक 12 किलोमीटर की यात्रा के लगभग आधे रास्ते में, अर्धकुंवारी स्थित इंद्रप्रस्थ भोजनालय के पास भारी भूस्खलन हुआ।
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने भूस्खलन के कारणों की जांच के लिए एक उच्च-स्तरीय समिति के गठन का आदेश दिया था। समिति को विस्तृत जांच करने और दो सप्ताह के भीतर अपनी रिपोर्ट एलजी सिन्हा को सौंपने का काम सौंपा गया है।
आदेश में कहा गया है कि समिति घटना के कारणों की जांच करेगी। सभी चूक को इंगित करेगी, बचाव और राहत उपायों के रूप में प्रतिक्रियाओं का आकलन करेगी। वहीं, भविष्य में ऐसी घटनाएं न हो, इसके लिए समिति उपाय का भी सुझाव देगी।