Bihar Politics: पीके ने उन प्रत्याशियों का चुनाव खर्च उठाने की भी कसम खाई जिनके पास चुनाव लड़ने के लिए पर्याप्त पैसा नहीं है।
Bihar Politics: बिहार में इस साल के अंत तक विधानसभा चुनाव होने है। विधानसभा चुनाव (Bihar Election 2025) से पहले आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी हो गया है। जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) ने बुधवार को पटना में एक कार्यक्रम के दौरान जेडीयू की ओर से उनकी पार्टी की फंडिंग पर उठाए गए सवालों का जवाब दिया। पीके ने कहा कि पैसा उनके पास उनकी बुद्धि के कारण आता है। जिस व्यक्ति पर देवी सरस्वती की कृपा होती है, उसे देवी लक्ष्मी की कृपा अवश्य मिलती है।
प्रशांत किशोर ने कहा कि मैं कभी भी आईएएस या आईपीएस अधिकारी या किसी अन्य सरकारी सेवा में नहीं रहा। मैं कभी भी ठेकेदार या संसद या विधानमंडल का सदस्य नहीं रहा। मैंने जो कुछ भी कमाया है वह मेरी बुद्धि के कारण है। पीके ने कहा कि वे इस धन का उपयोग राज्य के युवाओं के हित में करना चाहते हैं।
पीके ने इस दौरान उन प्रत्याशियों का चुनाव खर्च उठाने की भी कसम खाई जिनके पास चुनाव लड़ने के लिए पर्याप्त पैसा नहीं है। पीके ने कार्यक्रम में कहा कि क्या सारा पैसा गुजरात के युवाओं के पास होगा? भले ही बिहार के युवाओं के वोट से सत्ता हासिल की गई हो? अब इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। बिहार के युवा हमेशा सस्ते श्रम का स्रोत नहीं रहेंगे।
जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर ने बीजेपी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि सारी संपत्ति गुजरात जा रही है, जिस राज्य से पीएम नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आते हैं। उन्होंने जेडीयू नेता नीरज कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि कुछ लोग सवाल उठा रहे हैं कि मुझे इस पार्टी को चलाने के लिए पैसा कहां से मिल रहा है।
बता दें कि प्रशांत किशोर ने 2012 में राजनीतिक रणनीतिकार के तौर पर यात्रा शुरू की थी। प्रशांत किशोर ने 2014 के लोकसभा में नरेंद्र मोदी के चुनावी अभियान की रणनीति संभाली। प्रशांत किशोर ने जन सुराज पार्टी बनाई है। प्रशांत किशोर ने आरजेडी को दी चुनौती, देखें वीडियो...