Haryana Congress: कांग्रेस विधायक Vinesh Phogat ने सीएम के आरोपों पर कहा कि मैं 30 साल की हूं, मैं समझदार लड़की हूं, कोई मेरा यूज नहीं कर सकता है और मुझे इतना पता है कि किसके साथ खड़ा होना है।
Vinesh Phogat: हरियाणा विधानसभा चुनाव (Haryana Assembly Election) हारने के बाद कांग्रेस ने विधायक दल की बैठक बुलाई है। बैठक के बाद जुलाना से कांग्रेस विधायक विनेश फोगाट (Vinesh Phogat) ने हरियाणा के नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी (Nayab Singh Saini) को बधाई दी है। सीएम ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि कांग्रेस (Congress) ने खिलाड़ियों को भ्रम में और असमंजस की स्थिति में खिलाड़ियों को रखा के सवाल पर विनेश फोगाट ने कहा कि मैं 30 साल की हूं, मैं समझदार लड़की हूं, कोई मेरा यूज नहीं कर सकता है, इतना मुझे पता है कि किसके साथ खड़ा होना है।
कांग्रेस विधायक विनेश फोगाट ने कहा कि हम 5 साल विपक्ष में बैठकर लोगों की लड़ाई लडेंगे और कांग्रेस पार्टी विपक्ष की भूमिका मजबूती से निभाएगी। उन्होंने कहा कि हार और जीत में मेरे से अच्छा कौन समझ सकता है, मैदान में जाओगे तो हार और जीत दोनों बनी रहती है। लोगों ने हमें इतना प्यार और सम्मान दिया है, एक-एक सीट के लिए संघर्ष करके हम लड़े हैं। उन्होंने कहा कि सीएम के पास महिलाओं की सुरक्षा और खिलाड़ियों के भविष्य के लिए काम करने के लिए पांच साल हैं। हम नहीं चाहते कि किसी को भी वह सब सहना पड़े जिससे हम गुजरे हैं।
हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 में जुलाना विधानसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी विनेश फोगाट ने जीत दर्ज की थी। उन्होंने बीजेपी प्रत्याशी योगेश कुमार को 6015 वोटों से हराया। विनेश फोगाट को 65080 वोट मिले वहीं बीजेपी प्रत्याशी योगेश कुमार को 59065 वोट मिले। तीसरे नंबर पर इंडियन लोक दल के प्रत्याशी रहें उन्हें 10158 वोट मिले।
हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजों में प्रदेश की 90 विधानसभा सीटों में से बीजेपी ने 48 सीटों पर जीत हासिल की थी। इसके साथ ही प्रदेश में बीजेपी लगातार तीसरी बार सरकार बनाने में भी सफल रही। वहीं कांग्रेस के खाते में 37 सीटें आई। बता दें कि हरियाणा में मिली हार को कांग्रेस स्वीकार नहीं कर रही है। कांग्रेस लगातार ईवीएम और ईवीएम की बैटरी पर सवाल उठा रही है। वहीं हरियाणा में कांग्रेस को मिली हार के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी प्रदेश के नेताओं को लेकर कहा था कि नेताओं ने विधानसभा चुनाव में पार्टी से ज्यादा अपना हित देखा था।