MP News: नीमच शहर में शुक्रवार दोपहर राजस्व कॉलोनी में उस वक्त दिल दहला देने वाला मंजर देखने को मिला, जब एक बुजुर्ग अचानक सड़क पर गिर पड़ा। वहां से गुजर रहे एंटी करप्शन ब्यूरो के डायरेक्टर श्रीपाल बघेरवाल ने बिना एक पल गवाए बुजुर्ग को जिंदगी की डोर थमा दी।
MP News: नीमच शहर में शुक्रवार दोपहर राजस्व कॉलोनी में उस वक्त दिल दहला देने वाला मंजर देखने को मिला, जब एक बुजुर्ग अचानक सड़क पर गिर पड़ा। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, राह चलते एक वृद्ध को अचानक दिल का दौरा पड़ा और वे सड़क किनारे बेहोश होकर गिर गए। आसपास मौजूद लोग मोबाइल से वीडियो बनाने लगे, लेकिन कोई पास जाने की हिम्मत नहीं जुटा पाया।उसी दौरान वहां से गुजर रहे एंटी-करप्शन डायरेक्टरेट के डायरेक्टर श्रीपाल बघेरवाल ने यह दृश्य देखा और बिना एक पल गंवाए गाड़ी रोकी। उन्होंने तुरंत वृद्ध की नब्ज़ और सांसें जांचीं, जो लगभग बंद हो चुकी थीं। स्थिति की गंभीरता समझते हुए बघेरवाल ने मौके पर ही सीपीआर (कार्डियो पल्मोनरी रिससिटेशन) देना शुरू किया। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
करीब दो मिनट तक लगातार सीपीआर देने का सकारात्मक असर हुआ। वृद्ध ने धीरे-धीरे सांस लेना शुरू कर दिया और उनकी दिल की धड़कन वापस लौट आई। मौके पर मौजूद लोग हैरान रह गए, जिन्होंने खुद अपनी आंखों से मौत से लड़ते इंसान को फिर जिंदगी पाते देखा। इसके बाद बुजुर्ग को एम्बुलेंस में जिला अस्पताल भेजा गया, जहां डॉक्टरों ने उनकी हालत अब स्थिर बताई है। बघेरवाल ने घटना के बाद किसी तरह का प्रचार नहीं किया, लेकिन वहां मौजूद लोगों ने कहा कि सीपीआर देना सभी को आना चाहिए, घर में जरुरत होने पर जिंदगी बचाने के काम आएगा।
सीपीआर (CPR)का मतलब कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन है, जो एक आपातकालीन जीवन रक्षक प्रक्रिया है। यह तब की जाती है जब किसी व्यक्ति की सांस या दिल की धड़कन रुक जाती है, ताकि मस्तिष्क और अन्य महत्वपूर्ण अंगों तक ऑक्सीजन युक्त रक्त पहुंचता रहे। सीपीआर में छाती पर दबाव डालना और कृत्रिम श्वास देना शामिल है, जब तक कि आपातकालीन चिकित्सा सहायता न मिल जाए। सीपीआर से जान बच सकती है, जैसा कि आज हुआ।