MP News: मध्य प्रदेश के ग्राम सेमली इस्तमुरार में धार्मिक स्थल तोड़े जाने, पेड़ों की कटाई और मोरों की हत्या के विरोध में ग्रामीणों ने कलेक्टोरेट पहुंचकर दोषियों पर कार्रवाई और पुनर्निर्माण की मांग की।
religious place vandalised: नीमच के ग्राम सेमली इस्तमुरार, तहसील मनासा के ग्रामीणों ने मंगलवार को कलेक्टोरेट पहुंचकर धार्मिक स्थल पर स्थित पथवारी तोड़े जाने और पेड़ों की कटाई के विरोध में प्रदर्शन किया। ग्रामीणों ने ज्ञापन सौंपकर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई और धार्मिक स्थल के पुनर्निर्माण की मांग की।
ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम में गौरा बाउजी का स्थान स्थित है। इसके पास खाली भूमि पर सभी समाज की पथवारी बनी हुई थी। 7 अगस्त की रात्रि में गांव के ही लगभग 30 से अधिक लोगों ने मिलकर पथवारी को तोड़ दिया। गौरा बाउजी के स्थान को क्षतिग्रस्त कर दिया। वर्षों पुराने बरगद व पीपल के पेड़ को काट दिया। ग्रामीणों के अनुसार इन पेड़ों पर मोरों का बसेरा था। घटना के दौरान कई मोरों को मार दिया गया। यह कार्य ग्रामीणों की धार्मिक आस्था को ठेस पहुंचाने वाला है। ग्रामीणों ने आरोपियों के नाम भी ज्ञापन में दर्ज कराए हैं। (MP News)
घटना की शिकायत ग्रामवासियों द्वारा पहले ही पुलिस थाना कुकडेश्वर में दी जा चुकी है, लेकिन अब तक कार्रवाई नहीं हुई। इसपर ग्रामीणों ने सामूहिक रूप से कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपा। ग्रामीणों ने मांग की कि दोषियों के विरुद्ध सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए। धार्मिक स्थल और पथवारी का पुनः निर्माण कराया जाए। वहां की जमीन को सुरक्षित किया जाए। मोरों के संरक्षण के लिए विशेष कदम उठाए जाएं। ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि यदि शीघ्र कार्रवाई नहीं की गई तो वे आंदोलन को और उग्र रूप देंगे। ज्ञापन की प्रतिलिपि मुख्यमंत्री को भी भेजी गई है। प्रदर्शन में बड़ी संख्या में ग्रामीण महिलाएं और बुजुर्ग भी मौजूद रहे। (peacocks killed)