नई दिल्ली

BJP Candidates List: कौन हैं सरदार तरविंदर सिंह? जंगपुरा में डिप्टी सीएम को देंगे टक्कर, सीएम आतिशी के लिए चुनौती बनेंगे रमेश बिधूड़ी

BJP Candidates List: दिल्ली विधानसभा चुनाव की तैयारियों के बीच भाजपा ने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है। इसमें नई दिल्ली से प्रवेश साहिब सिंह, जंगपुरा से सरदार तरविंदर सिंह मारवाह और सीएम आतिशी की विधानसभा सीट कालकाजी से रमेश सिंह बिधूड़ी को चुनावी मैदान में उतारा गया है।

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BJP Candidates List: दिल्ली विधानसभा चुनाव की तैयारियां अंतिम चरण में हैं। चुनाव आयोग कभी भी तारीखों का ऐलान कर सकता है। इस बीच आम आदमी पार्टी ने दिल्ली की सभी 70 विधानसभा सीटों पर अपने प्रत्याशियों का ऐलान कर दिया है। अब भाजपा ने अपने प्रत्याशियों की पहली लिस्ट जारी की है। इसमें दिल्ली की 29 विधानसभा सीटों पर प्रत्याशी उतारे गए हैं। यहां सबसे ज्यादा गौर करने वाली ये है कि भाजपा ने आप संयोजक अरविंद केजरीवाल की नई दिल्ली विधानसभा सीट पर प्रवेश साहिब सिंह को चुनाव में उतारा है। जबकि सीएम आतिशी की विधानसभा सीट कालकाजी में रमेश सिंह बिधूड़ी को टिकट दिया है। वहीं डिप्टी सीएम मनीष सियौदिया की जंगपुरा सीट पर सरदार तरविंदर सिंह को प्रत्याशी बनाया है। हालांकि इन सीटों पर जीत किसकी होगी? यह तो चुनाव परिणाम ही बताएगा, लेकिन इन सीटों पर मुकाबला कांटे का जरूर होने वाला है।

दिल्‍ली की सबसे हॉट सीटों पर कांटे का मुकाबला

दिल्ली विधानसभा चुनाव में सबसे हॉट सीट नई दिल्ली है, क्योंकि यहां चौथी बार चुनावी मैदान में उतरे पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल का मुकाबला दो पूर्व मुख्यमंत्रियों के बेटों से है। नई दिल्ली विधानसभा सीट पर कांग्रेस पहले ही पूर्व सीएम शीला दीक्षित के बेटे संदीप दीक्षित को चुनावी मैदान में उतार चुकी है। अब भाजपा ने यहां पूर्व सीएम साहिब सिंह वर्मा के बेटे प्रवेश साहिब सिंह को टिकट दिया है। प्रवेश साहिब सिंह लाडली योजना के जरिए पहले ही दिल्ली की सियासत में हलचल पैदा कर चुके हैं। ऐसे में यहां अब त्रिकोणीय मुकाबला होने के आसार बढ़ गए हैं।

छात्र नेता से सांसद तक सफर कर चुके हैं प्रवेश

नई दिल्ली विधानसभा सीट पर भाजपा की ओर से प्रत्याशी बनाए गए प्रवेश साहिब सिंह छात्र नेता से लेकर सांसद तक रह चुके हैं। जबकि संदीप दीक्षित अपनी मां शीला दीक्षित के 'गुडविल और सहानुभूति' के सहारे केजरीवाल की मुश्किलें बढ़ा सकते हैं। अरविंद केजरीवाल भले ही इस सीट पर शीला दीक्षित को चुनाव में शिकस्त दे चुके हैं, लेकिन अब हालात बदल चुके हैं। भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन की कोख से जन्म लेकर राजनीति में उतरे अरविंद केजरीवाल ने शीला दीक्षित पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाकर उन्हें चुनौती दी थी। इसके बाद वह बीते 15 सालों से दिल्ली की सत्ता पर काबिज हैं। इस बार वह अपनी ईमानदारी का सर्टिफिकेट मांगने फिर चुनावी मैदान में हैं।

दिल्ली की सीएम आतिशी की राह भी अब आसान नहीं

मौजूदा समय में दिल्ली की सीएम आतिशी की कालकाजी विधानसभा सीट पर भी अब कांटे की टक्कर देखने को मिल सकती है। भाजपा और कांग्रेस ने सीएम आतिशी को घेरने के लिए दो दिग्गज नेताओं को चुनावी मैदान में उतारा है। कालकाजी विधानसभा सीट पर कांग्रेस ने अलका लांबा हो चुनावी मैदान में उतारा है। जबकि भाजपा ने यहां पूर्व सांसद रमेश सिंह बिधूड़ी को टिकट दिया है। कांग्रेस प्रत्याशी अलका लांबा की तेज तर्रार महिला नेता के रूप में पहचान है। अगर अलका लांबा भाजपा विरोधी वोटों को अपने पक्ष में कर लेंगी तो सीएम आतिशी के लिए मु‌श्किलें और बढ़ेंगी। दूसरी ओर अपने नाम के ऐलान से पहले ही पूर्व सांसद रमेश सिंह बिधूड़ी घर-घर जाकर प्रचार कर रहे हैं। ऐसे में यहां भी मुकाबला त्रिकोणीय होने के आसार मजबूत हो गए हैं।

डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया के लिए भी जंग आसान नहीं

दिल्ली सरकार में डिप्टी सीएम मनीष सिसौदिया ने साल 2020 में पटपड़गंज विधानसभा सीट से चुनाव जीता था। इस बार अरविंद केजरीवाल ने उनकी सीट बदल दी है। उन्हें आम आदमी पार्टी ने जंगपुरा विधानसभा सीट से प्रत्याशी बनाया है। सूत्रों का कहना है कि आम आदमी पार्टी जंगपुरा को सुरक्षित सीट मान रही थी। हालांकि यहां पहले कांग्रेस ने फरहाद सूरी को अपना प्रत्याशी बनाकर मनीष सिसौदिया की मुश्किलें बढ़ा दीं। अब भाजपा ने जंगपुरा से तीन बार विधायक रह चुके सरदार तरविंदर सिंह को चुनावी मैदान में उतारकर मुकाबला त्रिकोणीय बना दिया है।

सिख और मुस्लिम वोटर्स कहीं बिगाड़ न दें खेल

जंगपुरा विधानसभा सीट पर मुस्लिम और सिख मतदाताओं का दबदबा है। इसे देखते हुए कांग्रेस और भाजपा ने अपने-अपने उम्मीदवार उतारकर डिप्टी सीएम मनीष सिसौदिया की घेरेबंदी कर दी है। कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे तरविंदर सिहं मारवाह तीन बार जंगपुरा से विधायक रह चुके हैं। पार्टी में अनबन के चलते साल 2022 में उन्होंने भाजपा का दामन थाम लिया था। दूसरी ओर फरहाद सूरी भी दिल्ली और जंगपुरा क्षेत्र में जाने-माने सियासी चेहरा हैं। वह निजामुद्दीन वार्ड से लगातार पार्षद का चुनाव जीत रहे हैं। फरहाद सूरी दिल्ली कांग्रेस की दिग्गज नेता रही ताजदार बाबर के बेटे हैं। सूरी की मां भी दो बार विधायक रही हैं।

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