Delhi: पुलिस ने जब आरोपी युवती को गिरफ्तार किया तो उसके पास से तीन रहस्यमयी पर्चियां भी बरामद कीं। इन पर अजीबो-गरीब चिह्न, नंबर और आरोपी व प्रिंसिपल के नाम लिखे थे। पुलिस का मानना है कि यह जादू-टोने से जुड़ी सामग्री हो सकती है।
Delhi: दिल्ली के भीड़भाड़ वाले सदर बाजार इलाके से एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसने पुलिस से लेकर स्थानीय लोगों तक को चौंका दिया। यहां एक 22 साल की कॉन्ट्रैक्ट टीचर ने स्कूल प्रिंसिपल का ध्यान खींचने के लिए कई हैरान करने वाली हरकतें कीं। प्रिंसिपल पहले कॉन्ट्रैक्ट टीचर की शिक्षिका थी और अब प्रिंसिपल हैं। इन करतूतों में कैंसर का झूठा दावा, अपनी मौत की अफवाह फैलाना, जादू-टोने जैसी गतिविधियां और फर्जी सोशल मीडिया अकाउंट बनाकर बदनाम करने की कोशिश शामिल है। मामला किसी थ्रिलर फिल्म की पटकथा से कम नहीं लगता।
पुलिस को अगस्त के आखिरी हफ्ते में स्कूल की एक 25 साल की शिक्षिका ने शिकायत दी। उसने बताया कि किसी ने उसके नाम से एक फर्जी इंस्टाग्राम अकाउंट बनाया और उस पर उसकी AI-जनरेटेड फोटोशॉप्ड तस्वीरें अपलोड कीं। यही नहीं, इन तस्वीरों को स्कूल के स्टाफ और छात्रों तक भेजा गया ताकि उसकी छवि खराब हो सके। शिकायत मिलने के बाद डीसीपी (नॉर्थ) राजा बंथिया की देखरेख में जांच शुरू हुई।
पुलिस ने IP लॉग्स, रजिस्टर्ड ईमेल और मोबाइल नंबर के जरिए आरोपी का पता लगा लिया। महज कुछ घंटों में पुलिस आरोपी युवती तक पहुंच गई। शुरुआत में उसने गुमराह करने की कोशिश की, लेकिन डिजिटल सबूतों ने उसकी पूरी साजिश उजागर कर दी। इसके बाद बुधवार को उसे गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने इस मामले में भारतीय न्याय संहिता की धारा 319 (धोखाधड़ी), 336(2) (जालसाजी) और 356(2) (मानहानि) के तहत केस दर्ज किया है।
जांच से खुलासा हुआ कि आरोपी युवती साल 2022 में इसी स्कूल में कॉन्ट्रैक्ट पर कुछ समय तक पढ़ा चुकी थी। यही नहीं, उसकी पढ़ाई भी इसी स्कूल से हुई थी। उस दौरान प्रिंसिपल उसकी शिक्षिका थीं, जिन्हें वह अपनी मेंटॉर और आदर्श मानती थी। इस साल जून में जब वही शिक्षिका स्कूल की प्रिंसिपल बनीं तो युवती का उनके प्रति लगाव और भी गहरा हो गया। वह लगातार कॉल और मैसेज करने लगी। लेकिन जब प्रिंसिपल के पति ने इसे लेकर आपत्ति जताई और संपर्क सीमित करने को कहा तो प्रिंसिपल ने भी दूरी बना ली। इसी दूरी ने युवती को बेचैन कर दिया और उसने अलग-अलग नाटक करने शुरू कर दिए।
प्रिंसिपल का ध्यान खींचने के लिए युवती ने सबसे पहले एक वीडियो बनाया, जिसमें उसने झूठा दावा किया कि उसे कैंसर हो गया है। यह वीडियो उसने स्कूल स्टाफ और छात्रों को भेजा। लेकिन जब प्रिंसिपल की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई, तो उसने अगला कदम उठाया। युवती ने अपनी मौत की अफवाह फैलाई। उसने अपनी तस्वीर पर माला चढ़ाकर एक पोस्ट वायरल की, जिससे यह संदेश दिया कि उसकी मृत्यु हो चुकी है। इसके बावजूद जब प्रिंसिपल ने ध्यान नहीं दिया, तो उसने और खतरनाक कदम उठाए।
नाटक और अफवाहें असफल होने के बाद युवती ने प्रिंसिपल की करीबी एक और शिक्षिका को निशाना बनाया। उसने AI टूल्स की मदद से उनकी आपत्तिजनक तस्वीरें बनाई और उनके नाम से फर्जी इंस्टाग्राम अकाउंट तैयार किया। पुलिस ने जब आरोपी युवती को गिरफ्तार किया तो उसके पास से तीन रहस्यमयी पर्चियां भी बरामद कीं। इन पर अजीबो-गरीब चिह्न, नंबर और आरोपी व प्रिंसिपल के नाम लिखे थे। पुलिस का मानना है कि यह जादू-टोने से जुड़ी सामग्री हो सकती है।
डीसीपी राजा बंथिया के मुताबिक, यह मामला केवल फर्जी अकाउंट बनाने तक सीमित नहीं है। युवती की मानसिक स्थिति, उसके जुनून की असल वजह और क्या इसके पीछे कोई और साजिश भी छिपी है, इस पर भी जांच चल रही है। फिलहाल आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ जारी है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही कोर्ट में चार्जशीट दायर की जाएगी।