Delhi Police: दिल्ली पुलिस ने एक ऐसे आरोपी को गिरफ्तार किया है, जिसने सैकड़ों महिलाओ-युवतियों की अश्लील तस्वीरें अपने फोन में जमा कर रखी थीं। इन तस्वीरों के बलबूते वो महिलाओं और युवतियों को ब्लैकमेल कर रहा था।
Delhi Police: दिल्ली पुलिस की साइबर सेल ने उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से एक ऐसे शातिर को गिरफ्तार किया है, जो सैकड़ों महिलाओं और युवतियों के लिए बड़ा सिरदर्द बन गया था। शिकायत पर एक्टिव हुई दिल्ली पुलिस की साइबर टीम कड़ी से कड़ी जोड़ते हुए आरोपी तक पहुंची। इसके बाद उसका मोबाइल चेक किया तो पुलिस भी हैरान रह गई। दरअसल, उसके मोबाइल में सैकड़ों महिलाओं और युवतियों के अश्लील फोटो मिले। इन्हीं तस्वीरों के बल पर आरोपी इन सभी महिलाओं और युवतियों को ब्लैकमेल कर उनसे रुपये ऐंठता था। बहरहाल पुलिस अभी आरोपी से गहन पूछताछ में जुटी है।
दिल्ली पुलिस सूत्रों की मानें तो आरोपी सोशल मीडिया पर लड़की बनकर महिलाओं और छात्राओं से दोस्ती करता था। इसके बाद धीरे-धीरे बातचीत कर उन्हें भरोसे में लेकर उनकी निजी फोटो और वीडियो मांगता था। इस दौरान अगर कोई महिला या युवती मना करती तो आरोपी उन्हें दोस्ती के नाम पर इमोशनल बातें करके फंसा लेता। बाद में उन्हीं तस्वीरों और वीडियो के बल पर वह ब्लैकमेलिंग का काम शुरू करता और पीड़िताओं से रुपये ऐंठता था। आरोपी उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ का रहने वाला है।
दिल्ली पश्चिम के डीसीपी दराड़े शरद भास्कर के मुताबिक, पश्चिम जिले के साइबर पुलिस थाने में 21 सितंबर को एक महिला ने शिकायत दर्ज कराई थी। महिला ने बताया कि एक अज्ञात व्यक्ति ने फर्जी पहचान का उपयोग करके फेसबुक और वॉट्सएप के जरिए उससे संपर्क किया। कुछ दिनों की बातचीत के बाद आरोपी ने महिला को निजी तस्वीरें और वीडियो साझा करने के लिए उकसाया। जब महिला ने ये सामग्री भेज दी तो आरोपी ने इन्हीं को वायरल करने की धमकी देकर उससे पैसे मांगने शुरू कर दिए। महिला ने बताया “आरोपी ने मुझसे कहा कि मेरी बात मान लो, वरना मैं सोशल मीडिया पर तुम्हारी अश्लील फोटो और वीडियो वायरल कर दूंगा। उसकी ब्लैकमेलिंग के डर से मैंने कुछ रकम उसे भेज भी दी, लेकिन इसके बाद उसकी मांगें बढ़ती रहीं। वह लगातार धमकियां देता रहा और पैसे मांगने के साथ ही मिलने के लिए दबाव बनाने लगा।”
शिकायत के आधार पर साइबर पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 308(2) और 351(4) के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू की। पुलिस टीम ने आरोपी द्वारा इस्तेमाल किए गए फोन नंबर, यूपीआई पेमेंट ट्रेल्स, गूगल-पे डिटेल्स, सब्सक्राइबर जानकारी और आईपी एड्रेस का विश्लेषण किया। डिजिटल सबूतों की जांच में पता चला कि आरोपी की लोकेशन लखनऊ में है। इसके बाद दिल्ली पुलिस की एक टीम स्थानीय पुलिस की मदद से लखनऊ पहुंची और वहां छापा मारकर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपी की पहचान मनोज वर्मा, पुत्र इंद्र बहादुर वर्मा, निवासी लखनऊ, उत्तर प्रदेश के रूप में हुई।
गिरफ्तारी के दौरान पुलिस ने मनोज वर्मा के पास से एक टेक्नो KL8 मोबाइल फोन बरामद किया, जो चालू अवस्था में था। फोन की जांच में कई फर्जी फेसबुक अकाउंट, वॉट्सऐप चैट्स और महिलाओं से संबंधित अश्लील फोटो व वीडियो मिले। पुलिस के मुताबिक, इन्हीं सामग्रियों का उपयोग वह अपने शिकारों को धमकाने और उनसे पैसे वसूलने के लिए करता था। दिल्ली पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे सोशल मीडिया पर किसी अनजान व्यक्ति के साथ निजी जानकारी या तस्वीरें साझा न करें और किसी भी तरह की धमकी या ब्लैकमेलिंग की स्थिति में तुरंत साइबर हेल्पलाइन 1930 या नजदीकी साइबर थाने से संपर्क करें।
पुलिस पूछताछ में आरोपी ने स्वीकार किया कि वह सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर महिलाओं की तस्वीरों का उपयोग कर उनके नाम से फर्जी प्रोफाइल बनाता था। इसके बाद वह अन्य महिलाओं को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजता और विश्वास जीतने के लिए महिला की तरह बातचीत करता था। धीरे-धीरे वह पीड़ित को निजी तस्वीरें या वीडियो भेजने के लिए उकसाता और जैसे ही पीड़िता कोई निजी सामग्री साझा करती, वह ब्लैकमेलिंग शुरू कर देता। मनोज वर्मा केवल पैसे ऐंठने पर ही नहीं रुकता था। वह पहले से मिली तस्वीरों का उपयोग करके नए फर्जी अकाउंट बनाता और पीड़ितों पर और ज्यादा पैसे देने का दबाव बनाता था।