नई दिल्ली

19 साल की बहन को देख शैतान बना भाई! दोस्त के साथ मिलकर पार कर दीं हैवानियत की सारी हदें, फिर मार डाला

Gurugram honour killing: गुरुग्राम के मानेसर इलाके में मिली युवती की लाश के मामले में पुलिस ने खुलासा किया है कि यह हत्या ऑनर किलिंग थी। युवती की हत्या उसके भाई ने अपने दोस्त के साथ मिलकर की थी।

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Gurugram honour killing: हरियाणा के गुरुग्राम के मानेसर इलाके में बाघनकी रोड पर एक युवती की लाश मिलने का जो मामला सामने आया था, अब उसका पूरा सच खुल गया है। पुलिस की जांच में पता चला कि लड़की की हत्या उसके भाई ने ही अपने दोस्त के साथ मिलकर की थी। पुलिस ने इसे ऑनर किलिंग करार दिया है। जांच में पता चला कि हत्या गला घोंटकर की गई थी। उसके बाद लाश को घसीटते हुए ईंटों के मलबे में फेंक दिया था। लाश को घसीटने के दौरान उसकी पजामी उतर गई थी, लेकिन पुलिस ने साफ कर दिया कि उसके साथ किसी तरह की छेड़छाड़ या रेप नहीं हुआ था।

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क्यों की गई थी हत्या?

मृतका की पहचान उत्तर प्रदेश के एटा जिले के बाबसा गांव की रहने वाली 19 साल की सुशीला के रूप में हुई है। पुलिस के मुताबिक, मृतका सुशीला एक मुस्लिम लड़के से शादी करना चाहती थी। वो अपनी मर्जी से घर से भागी थी। लेकिन उसके भाई के दोस्त ने उसे बहला-फुसलाकर मिलने बुला लिया और फिर उसी की चुन्नी से गला घोंटकर मार डाला। इस मामले में पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।

पुलिस ने बताई पूरी कहानी

13 दिसंबर को पंचगांव से पाड़ा रोड पर ग्वालियर गांव के पास एक खंडहर जैसी ईंट और टीन की झुग्गी में लड़की का शव मिला था। उसके गले पर निशान भी थे। ऐसा लग रहा था कि उसकी हत्या करके लाश फेंकी गई है। उसकी दाहिनी कलाई पर 'गुड़िया' लिखा हुआ था। पुलिस ने पहचान के लिए उसकी तस्वीर आसपास के थानों में भेजी। फिर पता चला कि ये लड़की मानेसर के रामपुरा चौक के पास किराए के मकान में अपने भाई और भाभी के साथ रहती थी। भाई से बात करने पर पता चला कि सुशीला का एक लड़के से प्रेम संबंध था। जब उसके प्रेमी से पूछताछ की गई तो मालूम हुआ कि सुशीला का भाई इस रिश्ते के सख्त खिलाफ था। जब रविंद्र से पूछताछ की गई तो उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया। उसने बताया कि वे गुरुग्राम में एक होटल में कुक का काम करता है और पुष्पेंद्र गुरुग्राम में टायर की दुकान पर हेल्पर है।

क्या थी ये पूरी घटना?

जब रविंद्र को पता चला कि उसकी बहन एक मुस्लिम लड़के से शादी करना चाहती है, तो वे उसे गुरुग्राम से अपने गांव बाबसा ले गया। लेकिन 1 दिसंबर को सुशीला गांव से भागकर वापस गुरुग्राम आ गई। 9 दिसंबर को जब रविंद्र ने उसे घर चलने को कहा तो वो नहीं मानी। इसके बाद रविंद्र ने अपने दोस्त पुष्पेंद्र को सब बताया और दोनों ने मिलकर सुशीला को मारने की योजना बनाई। योजना के मुताबिक, पुष्पेंद्र ने 10 दिसंबर को सुशीला से कहा कि वो उसकी शादी उसके प्रेमी से करवा देगा। सुशीला को विश्वास हो गया। 10 दिसंबर को ही पुष्पेंद्र ने रामपुरा चौक के पास से सुशीला को अपनी बाइक पर बैठाया और ग्वालियर गांव के पास पंचगांव रोड पर बने खंडहरों में ले गया। वहां उसने सुशीला की ही चुन्नी से गला घोंटकर मार डाला। फिर फोन करके रविंद्र को बुलाया और दोनों ने मिलकर लाश को मलबे में फेंक दिया।

सुशीला युवक को बताती थी अपना मुहबोला भाई

पुलिस के मुताबिक, रविंद्र और उसकी पत्नी मानेसर में किराए के मकान में रहते थे। कुछ समय पहले सुशीला उनके पास रहने के लिए आई थी और नौकरी की तलाश में थी। इसी दौरान उसकी पहचान पड़ोस में रहने वाले एटा के एक युवक से हुई। सुशीला उस युवक को अपना राखी भाई बताती थी, लेकिन समाज और परिवार की नजरों से बचते हुए दोनों के बीच प्रेम संबंध बन रहा था। वे फोन पर बात करते थे और छिपकर मिलते थे। जब ये बात रविंद्र को पता चली तो वे सुशीला को गांव ले गया था, जहां से वे भागकर वापस गुरुग्राम आ गई थी।

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Published on:
20 Dec 2025 06:09 pm
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