BJP-AAP MLA in Delhi Assembly: दिल्ली विधानसभा की कार्यवाही शुरू होते ही सोमवार को भाजपा और आम आदमी पार्टी के विधायक आमने-सामने आ गए। इस दौरान बवाल को शांत कराने के लिए विधानसभा अध्यक्ष को अपनी कुर्सी से उठना पड़ा।
BJP-AAP MLA in Delhi Assembly: दिल्ली विधानसभा में सोमवार को भारी बवाल मच गया। सोमवार को सदन की कार्यवाही शुरू होते ही रिठाला से भाजपा विधायक कुलवंत सिंह राणा और आम आदमी पार्टी के विधायक आपस में भिड़ गए। दोनों के बीच काफी देर तक तू-तू मैं-मैं और गहमागहमी होती रही। हंगामा इतना बढ़ा कि विधानसभा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता को अपनी कुर्सी से उठकर दोनों पक्षों को शांत कराना पड़ा। हालांकि विधानसभा स्पीकर के बार-बार कहने के बाद भी कुलवंत सिंह राणा की पास बैठे आम आदमी पार्टी के विधायकों से तीखी नोंकझोंक जारी रही। इस दौरान विधानसभा के अंदर भाषा की मर्यादा भी टूटती दिखाई दी। कुलवंत सिंह ने कहा कि तू है कौन। चुप हो जा। कल का आया बच्चा मुझे सिखाएगा। स्पीकर के कई बार अनुरोध करने के बाद मामला शांत हो सका।
दरअसल, शनिवार और रविवार के अवकाश के बाद सोमवार को दिल्ली का विधानसभा सत्र दोबारा शुरू हुआ। सत्र शुरू होते ही रिठाला से भाजपा विधायक कुलवंत सिंह राणा खड़े हुए। कुलवंत सिंह राणा ने सदन में बोलना शुरू किया। इसी दौरान उनके वक्तव्य के बीच में आम आदमी पार्टी की तरफ से किसी ने टिप्पणी कर दी। इसपर भाजपा विधायक कुलवंत सिंह नाराज हो गए। उन्होंने आम आदमी पार्टी के विधायक को संबोधित करते हुए कहा “हूं मत करना… हां ये हूं नहीं चलेगा। तुम लोगों की चोरी पकड़ी गई है, तुम लोग चोरी से आए हो।”
इसी बीच पास बैठे आम आदमी पार्टी के विधायक संजीव झा ने भाजपा विधायक कुलवंत सिंह राणा का विरोध किया। इससे मामला और गरमा गया और कुलवंत सिंह राणा ने भरे सदन में संजीव झा को महाचोर बोल दिया। इसके बाद कुछ देर तक कुलवंत सिंह राणा और संजीव झा के बीच भी तीखी नोंकझोंक होती रही। मामला तूल पकड़ता देख स्पीकर विजेंद्र गुप्ता को अपनी कुर्सी से उठकर दोनों को शांत कराना पड़ा। स्पीकर ने कुलवंत सिंह से सीधे कहा कि आपको किसी की टिप्पणी पर जवाब नहीं देना है।
विधानसभा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता ने कहा "नियम 28 के तहत सभी सदस्यों को अपनी बात कहने का हक है। कोई बीच में टोकाटांकी न करें। विपक्ष के सदस्य चर्चा को आगे बढ़ने दें। मैं चाहता हूं कि सभी सदस्य बोलें। हमको विषय से नहीं हटना है। आपस में तकरार नहीं करनी है। अगर आपस में तकरार की जाएगी तो सदन का समय व्यर्थ होगा और सदन की गरिमा के विरुद्ध होगा। सदन में शब्दों के प्रयोग का ध्यान रखें।”
इसके बाद रविंद्र सिंह नेगी ने स्वास्थ्य की कैग रिपोर्ट के बारे में अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी ने दिल्ली की जनता से धोखा किया है। कैग रिपोर्ट चीख-चीखकर बता रही है कि आम आदमी पार्टी की सरकार ने जनता के स्वास्थ्य से कैसे खिलवाड़ किया। सरकारी अस्पतालों में दवाएं नहीं मिली। दिल्ली के बड़े अस्पतालों में सामान्य सर्जरी के लिए दो-तीन महीने का इंतजार करना पड़ा। 15 से ज्यादा अस्पतालों में जमीन तो आवंटित की गई, लेकिन पिछले दस सालों से वह सारे प्लॉट धूल फांक रहे हैं।