Rekha Gupta Government: दिल्ली-एनसीआर में गंभीर वायु प्रदूषण के बीच रेखा गुप्ता सरकार ने बड़ा फैसला किया है। ग्रैप-4 लागू होने से निर्माण कार्य बंद होने पर प्रभावित रजिस्टर्ड मजदूरों को सरकार 10-10 हजार रुपये की आर्थिक सहायता देगी।
Rekha Gupta Government: दिल्ली-एनसीआर में बढ़ते वायु प्रदूषण को देखते हुए रेखा गुप्ता सरकार हर संभव कदम उठा रही है। पहले ग्रैप-4 लागू किया गया, जिसके तहत 50 प्रतिशत कर्मचारियों को ही दफ्तर आने की सख्त हिदायत दी गई थी। अब एक और बड़ा फैसला लिया गया है, जिसके तहत सरकार उन रजिस्टर्ड मजदूरों के खातों में 10-10 हजार रुपये भेजेगी, जो निर्माण कार्य रुकने की वजह से काम नहीं कर पा रहे हैं। इसकी जानकारी भाजपा सरकार में मंत्री कपिल मिश्रा ने दी है।
आपको बता दें कि कपिल मिश्रा ने राजधानी में प्रदूषण संकट को लेकर कहा कि दिल्ली में पहले 16 दिनों के लिए ग्रैप-3 लागू किया गया, लेकिन जब प्रदूषण में कमी नहीं आई तो ग्रैप-4 लागू किया गया। इसकी वजह से लंबे समय से दिल्ली में निर्माण कार्य बंद है और मजदूर घर पर ही बैठे हैं। उन्होंने कहा कि श्रम विभाग ने फैसला किया है कि सभी रजिस्टर्ड निर्माण मजदूरों के खातों में 10 हजार रुपये भेजे जाएंगे। जब ग्रैप-4 समाप्त होगा, तो उसके दिनों की गणना कर उसका मुआवजा भी अलग से उनके खातों में दिया जाएगा।
दिल्ली में अभी भी लोगों के लिए सांस लेना दूभर है। इसलिए श्रम मंत्रालय की ओर से सख्त निर्देश दिया गया है कि 18 दिसंबर से सरकारी और निजी कार्यालयों में अधिकतम 50 प्रतिशत कर्मचारी ही दफ्तर आएंगे। बाकी कर्मचारियों को घर से ही काम करना होगा। हालांकि, अस्पताल, फायर सर्विस, जेल प्रशासन, सार्वजनिक परिवहन, बिजली-पानी आपूर्ति, सैनिटेशन, आपदा प्रबंधन, म्यूनिसिपल सेवाएं और वन विभाग को इस नियम से छूट दी गई है। सरकार ने यह भी साफ कर दिया है कि यदि कोई संस्थान इसका उल्लंघन करता है, तो उसके खिलाफ कार्रवाई करते हुए जुर्माना लगाया जाएगा। भाजपा मंत्री कपिल मिश्रा ने यह भी बताया कि सरकार की ओर से संस्थानों से अपील की गई है कि वे कर्मचारियों के आने-जाने के समय में बदलाव करें, ताकि एक साथ ज्यादा भीड़ न हो।
सीपीसीबी (केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड) के अनुसार, 16 दिसंबर की सुबह राजधानी में औसत एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) गंभीर श्रेणी में पाया गया। वहीं, 15 दिसंबर की शाम दिल्ली में औसत AQI 427 दर्ज किया गया था। फिलहाल AQI में हल्की गिरावट जरूर देखने को मिली है, लेकिन दिल्ली समेत एनसीआर की स्थिति अभी भी गंभीर बनी हुई है। राजधानी के ज्यादातर इलाकों में AQI 300 के आसपास बना हुआ है। रोहिणी में AQI 316, नरेला में 312, ITI शाहदरा में 312, जहांगीरपुरी में 310 और DTU दिल्ली में 301 दर्ज किया गया, जो सभी गंभीर श्रेणी में आते हैं। वहीं, एनसीआर के कई शहरों की हालत भी चिंताजनक है। नोएडा के सेक्टर-1 में AQI 288, सेक्टर-125 में 255 और नॉलेज पार्क-5 में 241 दर्ज किया गया।