साइबर सुरक्षा शोधकर्ताओं ने जताई फिशिंग हमले की आशंका
नई दिल्ली. साइबर सुरक्षा शोधकर्ताओं ने फेसबुक के करीब एक लाख यूजर्स का पर्सनल डेटा लीक होने का दावा किया है। इनमें नाम, प्रोफाइल, ई-मेल, फोन नंबर और लोकेशन शामिल हैं। नई दिल्ली के गैर-लाभकारी संगठन साइबरपीस ने आरोप लगाया कि फेसबुक (मेटा) से करीब एक लाख यूजर्स का पर्सनल ब्योरा डेटा ब्रीच फोरम पर सामने आया है। शोधकर्ताओं का कहना है कि व्यक्तिगत जानकारी उजागर होने से प्रभावित लोगों के खिलाफ फिशिंग हमले और अन्य दुर्भावनापूर्ण गतिविधियां हो सकती हैं।
शोधकर्ताओं ने बताया कि यह पता लगाने के लिए जांच जारी है कि यह उल्लंघन किसी परिष्कृत साइबर अपराधी समूह का काम है या इसके पीछे हैकर्स और अन्य संदिग्ध संस्थाएं हैं। डेटा सुरक्षा के बारे में चिंताओं के कारण फेसबुक की प्रतिष्ठा को नुकसान की आशंका है।
मेटा फिलहाल चुप
फेसबुक यूजर्स की पर्सनल जानकारियों का इस्तेमाल साइबर अपराधी किसी अपराध को अंजाम देने के लिए कर सकते हैं। मेटा ने अब तक साइबरपीस के दावों पर कोई टिप्पणी नहीं की है। वह यह दावा जरूर करती रही है कि यूजर्स के डोटा की सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया जाता है।
सतर्कता की जरूरत
शोधकर्ताओं का कहना है कि यूजर्स का पर्सनल डेटा लीक होने की घटना को लेकर संगठनों को सतर्क हो जाना चाहिए। यूजर्स के डेटा की सुरक्षा और सार्वजनिक विश्वास बनाए रखने के लिए साइबर सुरक्षा उपायों को और मजबूत करने की जरूरत है।