Cyclonic circulation and Western disturbance changed the weather in MP मौसम विभाग के मुताबिक चक्रवाती परिसंचरण और वेस्टर्न डिस्टरबेंस के असर से मौसम में बदलाव हुआ है। इससे पहले सोमवार को भी प्रदेश के कई इलाकों में झमाझम बारिश हुई थी।
Cyclonic circulation and Western disturbance changed the weather in MP - मध्यप्रदेश में मंगलवार को मौसम में बदलाव आया। राजधानी भोपाल में जोरदार पानी गिरा। इसके साथ ही प्रदेश के दक्षिणी जिलों में भी आंधी के साथ जमकर बरसात हुई। खासतौर पर छिंदवाड़ा और पांडुर्णा जिले के महाराष्ट्र से सटे हिस्सो में पानी गिरा। इसे प्री मॉनसून बारिश बताया जा रहा है। मौसम विभाग के मुताबिक चक्रवाती परिसंचरण और वेस्टर्न डिस्टरबेंस के असर से मौसम में बदलाव हुआ है। इससे पहले सोमवार को भी प्रदेश के कई इलाकों में झमाझम बारिश हुई थी।
प्रदेश में नौतपा खत्म होते ही बरसात होने से गर्मी से खासी राहत मिल गई है। मौसम विभाग के अनुसार वर्तमान में वेस्टर्न डिस्टरबेंस सक्रिय है। इसके साथ ही ट्रफ लाइन की वजह से आंधी चली और बारिश भी हुई। मौसम का यह दौर अगले 3 दिन तक जारी रहने का अनुमान जताया गया है।
मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक मानसून से पहले एमपी में झमाझम बारिश होेने की संभावना है। प्रदेश में प्री-मॉनसून एक्टिविटी देखने को मिल रही है। मंगलवार को राजधानी भोपाल में दोपहर में ही घने बादल घिरने लगे और शाम होते होते बरस पड़े। भोपाल मौसम केंद्र ने यहां दो दिनों तक बरसात का अलर्ट जारी किया है।
4 जून के साथ ही 5 जून को भी भोपाल सहित प्रदेश के कई जिलों में तेज आंधी के साथ बारिश का अनुमान जताया गया है। करीब 60 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश के कई शहरों में तेज हवा आंधी का दौर रहेगा।
5 जून को मौसम आंशिक बादल रहेंगे। दिन का अधिकतम तापमान 38 डिग्री सेल्सियस तक रह सकता है।
6 जून को तापमान में कुछ कमी आ सकती है। बादल भी छाए रहेंगे।
7 जून को चक्रवाती परिसंचरण, ट्रफ लाइन और पश्चिमी विक्षोभ के कारण हवाएं चलेंगी और बारिश होेगी।