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चतुर्विध धर्मसंघ ही नहीं, समस्त प्राणियों से आचार्य महाश्रमण ने की खमतखामणा

कोबा िस्थत प्रेक्षा विश्व भारती में क्षमापना दिवस मनाया गांधीनगर. जामनगर. जूनागढ़. जैन समुदाय के आठ दिनों के पर्युषण पर्व के बाद गुरुवार को क्षमापना दिवस मनाया गया।गांधीनगर में कोबा िस्थत प्रेक्षा विश्व भारती में जैन श्वेतांबर तेरापंथ धर्मसंघ के आचार्य महाश्रमण ने वीर भिक्षु समवसरण में चतुर्विध धर्मसंघ ही नहीं, समस्त प्राणियों से आचार्य […]

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कोबा िस्थत प्रेक्षा विश्व भारती में क्षमापना दिवस मनाया

गांधीनगर. जामनगर. जूनागढ़. जैन समुदाय के आठ दिनों के पर्युषण पर्व के बाद गुरुवार को क्षमापना दिवस मनाया गया।
गांधीनगर में कोबा िस्थत प्रेक्षा विश्व भारती में जैन श्वेतांबर तेरापंथ धर्मसंघ के आचार्य महाश्रमण ने वीर भिक्षु समवसरण में चतुर्विध धर्मसंघ ही नहीं, समस्त प्राणियों से आचार्य महाश्रमण ने खमतखामणा की।
आचार्य ने प्रवचन में कहा कि आगम में क्षमापना के संदर्भ में प्रश्न किया गया कि भगवन! क्षमापना से जीव को क्या लाभ होता है? उत्तर दिया गया कि क्षमापना से प्राह्लाद भाव प्राप्त होता है। क्षमापना से वैर का भाव, विरोध का भाव समाप्त हो सकता है और मैत्री का भाव जागृत हो सकता है। सभी प्राणों, भूतों व जीवों के प्रति मैत्री की भावना से आत्मा जागृत हो जाती है। इससे भाव की विशोधि होती है और उससे जीव निर्भय बन सकता है।
जामनगर में जैन समुदाय की ओर से गुरुवार को तपस्वियों की शोभायात्रा निकाली गई। बाद में चांदी बाजार में वाडी में तपस्वी के सामूहिक पारणा का आयोजन किया गया। जूनागढ़ में भी तपस्वियों की शोभायात्रा निकाली गई।

Published on:
28 Aug 2025 10:20 pm
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