पाक: बलूचिस्तान के तुर्बत में हमलावरों ने गोलियों से भूनामुफ्ती होने की आड़ में हथियार-मानव तस्करी में था लिप्त नई दिल्ली. कुलभूषण जाधव को ईरान से अगवा करने में पाकिस्तानी खूफिया एजेंसी आइएसआइ की मदद करने वाले मुफ्ती शाह मीर की बलूचिस्तान के तुर्बत में गोली मार कर हत्या कर दी गई। हमलावरों ने उसे […]
पाक: बलूचिस्तान के तुर्बत में हमलावरों ने गोलियों से भूना
मुफ्ती होने की आड़ में हथियार-मानव तस्करी में था लिप्त
नई दिल्ली. कुलभूषण जाधव को ईरान से अगवा करने में पाकिस्तानी खूफिया एजेंसी आइएसआइ की मदद करने वाले मुफ्ती शाह मीर की बलूचिस्तान के तुर्बत में गोली मार कर हत्या कर दी गई। हमलावरों ने उसे बेहद नजदीक से कई गोलियां मारीं। शाह मीर को फौरन अस्पताल ले जाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।
शाह मीर पर पहले भी दो बार जानलेवा हमला हुआ था। पुलिस ने बताया कि शुक्रवार रात की नमाज के बाद तुर्बत में एक स्थानीय मस्जिद से निकलते समय मोटरसाइकिल सवार बंदूकधारियों ने शाह मीर पर घात लगाकर हमला किया।
शाह मीर मानव और हथियारों का तस्कर था। उसने मुफ्ती के रूप में अपनी पहचान बनाई थी और इसी की आड़ में काम करता था। वह इस्लामी कट्टरपंथी राजनीतिक पार्टी जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम (एफ) का सदस्य था। खुजदार में जेयूआइ-एफ के दो नेताओं की गोली मारकर हत्या के कुछ दिनों बाद ही यह हमला हुआ।
मार्च 2016 में किया था जाधव को अगवा
जाधव का अपहरण जैश अल-अदल के मुल्ला उमर ईरानी के नेतृत्व वाले एक समूह ने मार्च 2016 में ईरान-पाकिस्तान सीमा से किया था और मीर सहित कई बिचौलियों के माध्यम से पाकिस्तानी सेना को सौंप दिया था। उमर ईरानी को भी दो बेटों के साथ नवंबर 2020 में तुर्बत में ही कथित तौर पर आइएसआइ ने मरवा दिया था। मीर की हत्या के पीछे भी आइएसआइ के गुर्गों के आंतरिक संघर्ष को ही वजह बताया जा रहा है।