High Security Number Plate: अपराध नियंत्रण और यातायात व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए पुलिस प्रशासन शहर में हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट (HSRP) स्कैनिंग कैमरे लगाने की तैयारी कर चुका है।
High Security Number Plate: छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर अब हाई-टेक निगरानी व्यवस्था से लैस होने जा रही है। अपराध नियंत्रण और यातायात व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए पुलिस प्रशासन शहर में हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट (HSRP) स्कैनिंग कैमरे लगाने की तैयारी कर चुका है।
इस योजना के तहत आउटर रिंग रोड और शहर की सीमाओं पर कुल 184 अत्याधुनिक कैमरे स्थापित किए जाएंगे। इन कैमरों की मदद से न केवल ट्रैफिक नियम तोड़ने वालों पर कड़ी नजर रखी जाएगी, बल्कि अपराध नियंत्रण में भी बड़ी मदद मिलेगी।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, शहर के सबसे व्यस्त और संवेदनशील इलाकों में कैमरों की संख्या अधिक होगी। खासतौर पर टाटीबंध चौक, जहां रोजाना हजारों वाहन गुजरते हैं, वहां सबसे ज्यादा कैमरे लगाए जाएंगे। इसके अलावा आउटर रिंग रोड, मुख्य चौराहों और शहर की एंट्री-एग्जिट प्वाइंट पर भी ये हाईटेक कैमरे लगाए जाएंगे।
तेज रफ्तार से वाहन चलाने वाले, लालबत्ती तोड़ने वाले और गलत दिशा में चलने वाले वाहनों पर इन कैमरों की नजर रहेगी। पुलिस का मानना है कि कैमरों की मदद से यातायात व्यवस्था पहले से कहीं ज्यादा सख्त और प्रभावी होगी। जुर्माना वसूली की प्रक्रिया भी डिजिटल होगी, जिससे पारदर्शिता बनी रहेगी।
इन कैमरों की सबसे बड़ी खासियत यह होगी कि इन्हें आने वाले समय में क्राइम एंड क्रिमिनल ट्रैकिंग नेटवर्क एंड सिस्टम (CCTNS) से भी जोड़ा जाएगा। इसके बाद पड़ोसी राज्यों से आने-जाने वाले अपराधियों की पहचान करना आसान हो जाएगा। यदि किसी अपराधी का वाहन रायपुर की सीमा में प्रवेश करेगा तो उसका डेटा तुरंत पुलिस कंट्रोल रूम तक पहुंच जाएगा। इससे अपराधियों की आवाजाही पर रोक लगाने और गिरफ्तारी में मदद मिलेगी।
यह व्यवस्था एक साथ दो मोर्चों पर काम करेगी। पहला, सड़क सुरक्षा को बेहतर बनाएगी और लोगों को यातायात नियम पालन के लिए मजबूर करेगी। दूसरा, अपराध नियंत्रण के लिए पुलिस को हाई-टेक टूल उपलब्ध कराएगी। अधिकारियों का मानना है कि इससे शहर में सुरक्षा की नई परत जुड़ जाएगी।
पुलिस प्रशासन का दावा है कि इस हाईटेक निगरानी सिस्टम से रायपुर को स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट की दिशा में और मजबूती मिलेगी। आधुनिक तकनीक के उपयोग से जहां अपराधियों पर लगाम कसना आसान होगा, वहीं आम नागरिकों की सुरक्षा भी और बेहतर की जा सकेगी।