पाठकों की मिलीजुली प्रतिक्रियाएं मिलीं, पेश हैं चुनिंदा प्रतिक्रियाएं
पेयजल का इस्तेमाल सही तरीके से किया जाए
पानी का अपव्यय राकने के लिए लोगों का जागरूक होना अतिआवश्यक है। इसके लिए शुरुआत अपने घरों से करनी होगी। गांवों में हर घर नल योजना के तहत् घर-घर में पानी पहुंचाया जा रहा है, लेकिन कुछ लोगों की नासमझी के कारण नलों को चालू छोड़ दिया जाता हैं, जिससे पानी व्यर्थ ही बहा जा रहा हैं। लोगों को यह समझना चाहिए कि पानी बिना मेहनत के हमारे किचन तक आ रहा हैं, तो इसे व्यर्थ न बहाया जाए। सभी पानी का महत्त्व समझें ताकि सरकार को पेयजल दरों में बढ़ोतरी न करनी पड़े।
राकेश मोहनलाल कुमावत, देवास, मप्र
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अनावश्यक दोहन रोका जाए
पानी का मितव्ययता पूर्ण उपयोग और अनावश्यक दोहन को रोक कर ही इसके अपव्यय से बचा जा सकता है। पेयजल की दरों में बढ़ोतरी समस्या का समाधान नहीं है।
-याकूब मोहम्मद छीपा, आयड, उदयपुर
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बढ़ेगी जनता की मुश्किल
पेयजल कीमतों में बढ़ोतरी करना समस्या का समाधान नहीं है। हमें किसी भी समस्या के तह तक जाना चाहिए। समस्या का जड़ से समाधान करना चाहिए। पेयजल एक जरूरत की चीज है जिसके दाम बढ़ाने से जनता की मुश्किल बढ़ेगी।
-सरिता प्रसाद, पटना, बिहार
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दरों में वृद्धि समाधान नहीं
पेयजल की दरों में वृद्धि एक जटिल मुद्दा है। यह कदम कुछ हद तक पानी की बर्बादी को रोक सकता है, लेकिन इसके कई नकारात्मक प्रभाव भी हो सकते हैं। गरीब और निम्न आय वर्ग के लोगों पर इसका आर्थिक बोझ बढ़ सकता है। जल संरक्षण और प्रबंधन के अन्य उपायों पर भी ध्यान देना आवश्यक है।
गिरीश ठक्कर, राजनांदगांव, छत्तीसगढ़
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टोंटियां लगवा देने से होगी बचत
पेयजल की दरों में बढ़ोतरी कर जल के अपव्यय को रोका जा सकता है पर उसके लिए मीटर लगाने पड़ेंगे। अभी तो सार्वजनिक स्थानों पर लगे इलाकों में टोंटियां ही नदारद हंै जिसके कारण पानी व्यर्थ ही बहता रहता है।
-संजय डागा हातोद, इन्दौर, मध्यप्रदेश
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आमजन में जागरूकता जरूरी
पानी के अपव्यय को रोकने के लिए पेयजल की दरों में बढ़ोतरी करना स्थाई समाधान नहीं है। इसके अपव्यय को रोकने के लिए प्रत्येक नागरिक को अपनी जिम्मेदारी समझकर जल संरक्षण के कार्य में अपनी सहभागिता निभानी चाहिए। आमजन में जल संरक्षण के प्रति सकारात्मक भावना का विकास होना चाहिए। साथ ही सरकार को भी जल संरक्षण के प्रति गंभीर होकर आमजन को जागरूक करने के लिए मुहिम चलानी चाहिए।
प्रकाश भगत, कुचामन सिटी, नागौर
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रोका जाए लीकेज
पानी का अपव्यय पेयजल की कीमतों में बढ़ोतरी एक तात्कालिक उपाय हो सकता है लेकिन ये स्थाई उपाय नहीं है। जब तक समाज व लोग जागरूक नहीं होंगे, जब तक पानी का अपव्यय नही रुकेगा। साथ ही सरकार को पानी की सप्लाई को आधुनिक करना होगा और लीकेज की समस्या का समाधान करना होगा। —गजेंद्र चौहान कसौदा, डीग
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जल संरक्षण को आदत बनाएं
पानी का अपव्यय रोकने के लिए दरों में बढ़ोतरी स्थाई समाधान नहीं है। जल संरक्षण को आदत बनाना होगा। इसके लिए पत्रिका द्वारा चलाए गए अमृतम जलम् जैसे अभियान जागरूकता का माध्यम बन सकते है। -मीतेश गोयल, हिंडौन सिटी