इस सवाल पर पाठकों की बहुत-सी प्रतिक्रियाएं मिली हैं, जिनमें से कुछ यहां दी जा रही हैं। परीक्षा के दौरान बच्चों को एक ऐसा माहौल दिया जाना चाहिए, जो उन्हें शांत, सकारात्मक और आत्मविश्वासी बनाए। इस प्रकार का माहौल उनकी एकाग्रता और प्रदर्शन को बेहतर बना सकता है।
इस सवाल पर पाठकों की बहुत-सी प्रतिक्रियाएं मिली हैं, जिनमें से कुछ यहां दी जा रही हैं।
पढाई के लिए शांत माहौल जरूरी
बच्चों को परीक्षा की तैयारी बेहतर करवाने के लिए उन्हें एंकात शांत माहौल दिया जाना बेहद जरूरी है उन्हें उन्हें फ्री दिमाग से पढ़ाई जरूरी है उन्हें कोई कार्य से मुक्त रखकर सिर्फ पढ़ाई पर ही ध्यान रखने के लिए प्रेरित किया जाना चाहिए। - अजीतसिंह सिसोदिया, खारा बीकानेर
एकाग्रता के लिए मेडिटेशन
नियमित अभ्यास, सुबह ताज़ी हवा में टहलना, पौष्टिक आहार, प्रतिदिन 7 से 8 घंटे की नींद, एकाग्रता के लिए मेडिटेशन, सकारात्मक सोच के साथ स्क्रीन टाइम सीमित करना आदि बच्चों को परीक्षा की तैयारी में तनाव से दूर रखने के प्रभावी उपाय हैं। - गजाला परवीन, जयपुर
सकारात्मक वातावरण प्रदान किया जाए
परीक्षा के दौरान बच्चों को एक ऐसा माहौल दिया जाना चाहिए, जो उन्हें शांत, सकारात्मक और आत्मविश्वासी बनाए। इस प्रकार का माहौल उनकी एकाग्रता और प्रदर्शन को बेहतर बना सकता है। यह सुनिश्चित करना महत्त्वपूर्ण है कि बच्चों को डराने या अनुचित दबाव डालने के बजाय, उन्हें एक प्रेरणादायक और सहायक वातावरण दिया जाए, ताकि वे अपनी क्षमता का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर सकें। इसके साथ ही बच्चों की तुलना अन्य बच्चों से न करे। हर बच्चे की अपनी क्षमता होती है। उसे अपना सर्वश्रेष्ठ देने के लिए प्रेरित करते रहें। - डॉ.अजिता शर्मा, उदयपुर
आत्मविश्वास बढ़ाएं
परीक्षा के समय बच्चों के अभिभावकों को घर में तनावमुक्त और खुशी का माहौल बनाए रखें। साथ में बच्चों को ये भी समझाएं कि सिलेबस से बाहर कुछ भी नहीं आएगा। ध्यान और एकाग्रचित और आत्मविश्वास से अपनी पढ़ाई नियमित रूप से करने से सफलता जरूर मिलेगी। बच्चों की सेहत और पर्याप्त नींद का ध्यान रखे।। उनके साथ फ्री समय में बातें करे। उनके सामने नकारात्मक बातें बिल्कुल नहीं करें, क्योंकि वह स्वयं ही अपनी पढ़ाई के प्रति पहले से ही चिंतित होते हैं। - निर्मला देवी वशिष्ठ राजगढ़ अलवर
बच्चों पर ज्यादा पाबंदी न लगाएं
परीक्षा में तनाव से बचने बच्चों को ज्यादा पाबंदी नहीं लगानी चाहिए। अपनी महत्वाकांक्षा बच्चों पर न थोपें। घर का वातावरण स्वच्छ साफ रखें और बच्चों को किसी भी प्रकार का तनाव न लेने दें। - रामनरेश गुप्ता, जयपुर
परिणाम के बजाय मेहनत पर फोकस करें
बच्चों को परीक्षा की चिंता से बचाने के लिए वर्तमान पर ध्यान देना चाहिए और अनावश्यक तनाव छोड़कर अपनी तैयारी पर फोकस करना चाहिए। उन्हें सकारात्मक सोच विकसित करनी चाहिए और आत्मविश्वास बनाए रखना चाहिए, क्योंकि बेकार की चिंता सफलता में बाधा बन सकती है। अच्छी तैयारी, नियमित ब्रेक और हल्के मनोरंजन से दिमाग तरोताजा रहता है। परिणाम की बजाय अपनी मेहनत पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। - शिवानी ठाकुर, इंदौर
बच्चों को स्टडी की तकनीक समझाएं
बच्चों को परीक्षा की तैयारी में तनाव न हो इसके लिए वे सकारात्मक सोच रखें। धैर्य व सहनशीलता के साथ और एकाग्रता के साथ सुचारू रूप से अध्ययन करें । अध्ययन करते समय रटने का प्रयास न करें अपितु उसे समझते हुए अध्ययन करें । दो विषयों के बीच कुछ समय का अंतर रखकर अध्ययन करें, ताकि किसी भी प्रकार की दिक्कत न हो । अधिक अंक लाने की होड़ न रखें, अपितु जितना भी लिखें वह सही लिखें ताकि अच्छे अंक मिल सकें। - सुनील कुमार माथुर, जोधपुर
समय का सही इस्तेमाल करें
विद्यालयों में बच्चों की परीक्षाएं शुरू होने वाली हैं। परीक्षा का नाम सुनते ही कई विद्यार्थी तनाव में आ जाते हैं। ऐसे बच्चे परीक्षा में विफलता की बात न सोचें। परीक्षा देने से पहले ही परिणाम के बारे में अपने मन में नकारात्मक विचार न लाएं। परीक्षा को लेकर निराश होने के बजाय अपने समय का सही इस्तेमाल कर सफलता के लिए आगे बढ़ें। याद रखिए, जीवन में मेहनत का कोई विकल्प नहीं है। सफलता प्रयासों का नाम है। भाग्य भी उनका साथ देता है, जिनके प्रयासों में मेहनत और पाने की इच्छा होती है। - डॉ. राजेन्द्र कुमावत, जयपुर