पाठकों ने इस पर विभिन्न प्रतिक्रियाएं दी हैं, प्रस्तुत है पाठकों की चुनिंदा प्रतिक्रियाएं
स्थानीय प्रशासन को सूचना दें
पशु निराश्रित नहीं है, उनको तो इस हाल में लाने के लिए वे लोग जिम्मेदार हैं जो उन्हें निराश्रित छोड़ देते हैं। इनके अचानक से वाहन के सामने आ जाने से दुर्घटनाएं हो जाती हैं। इनको रोकने के लिए स्थानीय लोग जब भी ऐसे जानवरों को देखे, स्थानीय प्रशासन में सूचना दें। पशुओं के मालिकों के खिलाफ भी कार्रवाई होनी चाहिए। - निर्मला वशिष्ठ, अलवर
शेल्टर होम में छोड़ें
सड़कों पर निराश्रित पशुओं की वजह से आए दिन हादसे होते रहते हैं। इसलिए नगर निगम की ये जिम्मेदारी बनती हैं कि वे निराश्रित पशुओं को पकड़कर गोशालाओं में छोड़कर आएं ताकि दुर्घटना भी न हो और निराश्रित पशुओं को भी समय पर चारा मिल सके। - प्रियव्रत चारण जोधपुर
रेडियम बैंड बांधे जाएं
निराश्रित पशुओं से सड़क पर होने वाले हादसों को रोकने के लिए नेशनल हाईवे अथॉरिटी व राज्य सड़क परिवहन विभाग द्वारा सड़कों पर पशुओं के विचरण को रोकने के लिए ऊंची दीवार या डिवाइडर निर्मित किए जाने चाहिए। जो पशु सड़क मार्गों के आसपास घास या चारा खाने अथवा अन्य कोई वाहन चालकों द्वारा गिराए जाने वाले खाद्य उत्पाद को खाने के लिए वहां जाते हैं, उनके गले में चमकीले रेडियम के पट्टे/बैंड बांधे जाने चाहिए। जहां पर भी सड़क मार्ग निर्मित किए गए हैं यह रास्ते गोवंश के विचरण के रास्ते थे इसलिए स्वाभाविक रूप से पशु अपने रास्तों पर ही विश्राम करते हैं अतः इन निराश्रित पशुओं के लिए गोचर भूमियों को अतिक्रमण मुक्त कर उनमें गौशाला विकसित की जानी चाहिए। - कैलाश सामोता, राजसमंद
अभियान चलाने चाहिए
स्थानीय प्रशासन के द्वारा सड़कों पर घूमने वाले निराश्रित पशुओं को समय-समय पर पकड़ने की मुहिम चलानी चाहिए। इन निराश्रित पशुओं के सड़कों के बीचोंबीच बैठने से आए दिन दुर्घटनाएं भी हो रही हैं, जो अनेक बार जानलेवा बन रही हैं। पशुपालक अपने पालतू पशुओं को अपने घरों मे ही बांधकर रखें तो लोगों को आवागमन में बड़ी राहत मिल सकती हैं। - नरेश कानूनगो, देवास