पाठकों ने इस पर विभिन्न प्रतिक्रियाएं दी हैं, प्रस्तुत हैं पाठकों की चुनिंदा प्रतिक्रियाएं
सीमित किताबें और होमवर्क स्कूल में करें
स्कूल बैग का वजन कम करने के लिए बच्चों को सीमित किताबें और कॉपियां घर पर लाने की सलाह दी जानी चाहिए। होमवर्क मुख्यतः स्कूल में ही पूरा करना चाहिए ताकि रोज भारी बैग न ले जाना पड़े। इस उपाय से बच्चों पर अतिरिक्त बोझ कम होगा और पढ़ाई में आराम मिलेगा। - मुकेश सोनी, जयपुर
कक्षा में किताबें रखने की व्यवस्था
कक्षा तीन तक बच्चों को बुनियादी शिक्षा देनी चाहिए। किताबें कक्षा में ही टीचर की निगरानी में रखी जा सकती हैं। पढ़ाई का टाइम टेबल इस तरह बनाएं कि रोज सारी किताबें ले जाने की जरूरत न पड़े। प्रयोगात्मक पद्धति से अध्ययन करने पर भी बैग हल्का रहेगा और सीखने की क्षमता बढ़ेगी। - नूरजहां रंगरेज, भीलवाड़ा
डिजिटल और व्यावहारिक विकल्प अपनाएं
किताबी ज्ञान के साथ-साथ व्यावहारिक ज्ञान की शिक्षा भी दी जाए तो बैग का वजन कम हो सकता है। विद्यालय में ही लॉकर की व्यवस्था रखी जाए, ताकि वहां पर रोजाना काम आने वाली सामग्री रखी जा सके। डिजिटल पुस्तकों का विकल्प चुनें। एर्गोनिमिक बैकपैक का उपयोग करे जिसमे चौड़ी गद्देदार पटिया हो ताकि वजन समान रुप से जमाया जा सके। आनलाइन नोट्स का उपयोग करें। सॉफ्ट बाइंडिंग वाली पुस्तकें वजन में हल्की होती है उन्हें चुनें। डिजिटल प्लेटफॉर्म पर नोट्स बनाने या ई-बॉक्स का उपयोग करें। - लता अग्रवाल, चित्तौड़गढ़
सह-पाठ्यचर्या गतिविधियां अपनाएं
पाठ्यपुस्तकों पर निर्भरता कम करने के लिए आइसीटी आधारित शिक्षण विधियों का उपयोग करें। भारी किताबें और स्टेशनरी स्कूल लॉकर में रखें। बच्चों के समग्र विकास के लिए पुस्तकालय, खेलकूद, कला, संस्कृति और अन्य सह-पाठ्यचर्या गतिविधियों में भागीदारी बढ़ाई जाए। - आदर्शिनी देवड़े़, खरगोन