भारत को पुरुष युगल में भी हार का सामना करना पड़ा। सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की भारतीय जोड़ी को चीन के ओलंपिक रजत पदक विजेता लियांग वेई केंग और वांग चांग से हार रविवार को ही खेले गए फाइनल मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा।
हांगकांग ओपन का खिताब जीतने का लक्ष्य सेन का सपना टूट गया है। रविवार को खेले गए फाइनल मुकाबले में लक्ष्य को चीन के ली शिफेंग से 21-15, 21-12 से हार का सामना करना पड़ा। चीन ओपन ऐरा में पहला देश बन गया है, जिसने टूर्नामेंट के हर एक इवेंट में क्लीन स्वीप किया है। भारत को पुरुष युगल में भी हार का सामना करना पड़ा। सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की भारतीय जोड़ी को चीन के ओलंपिक रजत पदक विजेता लियांग वेई केंग और वांग चांग से हार रविवार को ही खेले गए फाइनल मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा।
पूरे टूर्नामेंट में शानदार फॉर्म में रहे सेन ने 45 मिनट तक चले फाइनल की शानदार शुरुआत की। शुरुआती गेम का शुरुआती दौर बराबरी का रहा और दोनों खिलाड़ियों ने खुलकर अंक हासिल किए। सेन ने जल्दी-जल्दी नौ अंक हासिल किए, लेकिन ली ने बाद में वापसी करते हुए पासा पलट दिया। चीनी शटलर ने तेज स्मैश और सटीक प्लेसमेंट से आसानी से पहला गेम अपने नाम कर लिया।
दूसरे गेम में, सेन ने आक्रामक शुरुआत के साथ वापसी के संकेत दिए और शुरुआती बढ़त हासिल कर ली। लेकिन, महत्वपूर्ण क्षणों में कुछ गलत शॉट्स के कारण ली ने स्कोर 4-4 से बराबर कर दिया। इसके बाद, चीनी शटलर ने नियंत्रण हासिल कर लिया और सेन की गलतियों का फायदा उठाते हुए लगातार दबाव और चतुराई भरे एंगल से खेल पर अपना दबदबा कायम किया।
हालांकि सेन ने शुरुआत में लंबी रैलियों में अच्छा प्रदर्शन किया, लेकिन ली की जल्दी अंक हासिल करने की रणनीति ने भारतीय खिलाड़ी को लगातार दबाव में रखा। मैच का समापन ली के एक हल्के क्रॉसकोर्ट नेट शॉट के साथ हुआ। फाइनल में मिली हार लक्ष्य सेन के लिए एक बड़ा झटका है। वह अपने पहले सुपर 500 खिताब की तलाश में थे। इस टूर्नामेंट में उनका प्रदर्शन अच्छा रहा था और इसी वजह से उनके खिताब जीतने की उम्मीद जगी थी, लेकिन खेल के अहम क्षणों में उनसे हुई गलतियों का ली शिफेंग ने फायदा उठाया और मैच अपने नाम कर लिया।