Heeramandi Mistakes: संजय लीला भंसाली की 'हीरामंडी: द डायमंड बाजार' की कुछ लोग तारीफ कर रहे हैं तो कुछ आलोचना। इन सबके बीच डायरेक्टर ने 'हीरामंडी' में कुछ चीजें गलत तरीके से दिखाई है, जिन्हें शायद आप मिस कर जाए।
Heeramandi Mistakes: डायरेक्टर संजय लीला भंसाली की वेब सीरीज 'हीरामंडी: द डायमंड बाजार' सुर्खियों में बनी हुई है। 'हीरामंडी' वेश्याओं और हीरामंडी की सांस्कृतिक वास्तविकता की कहानी बताती है। हालांकि, इस सीरीज में संजय लीला भंसाली ने कई फैक्चुअल गलतियां कर दी है, जिसे शायद आपने नोटिस नहीं किया हो।
OTT प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स (Heeramandi on Netflix) पर रिलीज हुई 'हीरामंडी' की कहानी स्वतंत्रता-पूर्व युग पर आधारित है। इसके बावजूद इसमें एक सीन है, जिसमें सोनाक्षी सिन्हा (Sonakshi Sinha in Heeramandi) का किरदार 'फरीदन' एक उर्दू अखबार पढ़ रही है। इसमें कोविड-19, वारंगल नगर निगम चुनाव और युवा कांग्रेस मास्क डिस्ट्रीब्यूशन योजना जैसे इवेंट्स के बारे में बताया गया है।
इसके अलावा अखबार ने 1920 के दशक में इस्तेमाल होने वाली प्रिंट की बजाय नए तरीके के प्रिंट दिखाए हैं।
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सोनाक्षी सिन्हा के अलावा अदिति राव हैदरी (Aditi Rao Hydari in Heeramandi) के एक सीन में भी डायरेक्टर से भूल हुई है। 'हीरामंडी' के एक सीन में अदिति राव हैदरी लाइब्रेरी में देख रही हैं। यहां 'पीर-ए-कामिल' नाम की एक किताब दिखती है, जो 2004 में रिलीज हुई थी।
असली हीरामंडी की तस्वीरें इंटरनेट पर वायरल हो रही हैं। उन तस्वीरों को देखने से यह साफ है कि हीरामंडी उनती भव्य नहीं थी, जितनी संजय लीला भंसाली की सीरीज में दिखाया गया है। असल फोटोज की तुलना में भंसाली ने सीरीज में स्टारकास्ट को गहने और कपड़े भी उम्दा और ज्यादा महंगे पहनवाए हैं।