पाली

खुशखबरी : पाली जिले में बिछेगी 342 किमी पाइपलाइन, बनेंगे 21 उच्च जलाशय, 106 करोड़ होंगे खर्च

जलापूर्ति के लिए 21 नए उच्च जलाशय (टंकी) बनाई जाएगी। इसके लिए टैंडर प्रक्रिया अंतिम चरण में है। उसके बाद पाइप लाइन बिछाने और टंकी निर्माण शुरू करवाया जाएगा।

2 min read
Dec 12, 2024
पत्रिका फोटो

Pali News: पाली जिले के सात शहरों में पिछले एक दशक से अधिक समय में नई कॉलोनियां विकसित हुई है। उनमें से कई कॉलोनियों में पेयजल आपूर्ति पर्याप्त नहीं हो रही या पाइपलाइन ही नहीं बिछी है। उनके लिए अमृत-2 योजना के तहत 106 करोड़ की लागत से 342 किमी की पाइपलाइन बिछाई जाएगी।

जलापूर्ति के लिए 21 नए उच्च जलाशय (टंकी) बनाई जाएगी। इसके लिए टैंडर प्रक्रिया अंतिम चरण में है। उसके बाद पाइप लाइन बिछाने और टंकी निर्माण शुरू करवाया जाएगा। सोजत में पानी की टंकी के साथ ही फिल्टर प्लांट भी बनाया जाएगा।

यहां इतनी बिछेगी पाइप लाइन व बनेंगे टंकी

पाली: 5 टंकी पांच लाख लीटर की, एक-एक टंकी 3 लाख, 6 लाख, 9 लाख, 10 लाख व 12.5 लाख लीटर की। पाली शहर में 218 किमी की पाइप लाइन बिछाई जाएगी। इसमें 201 किमी एचडीपी पाइप लाइन व 17 किमी की डीआई पाइपलाइन होगी। यह कार्य 61.52 करोड़ रुपए से होगा।

मारवाड़ जंक्शन: कस्बे में 4.76 करोड़ रुपए से कार्य करवाया जाएगा। इस राशि से 1.50 लाख लीटर का उच्च जलाशय बनाया जाएगा। वहीं 22 किमी की पाइप लाइन बिछाई जाएगी।

बाली: बाली में 7.35 करोड़ रुपए की लागत से 1 लाख लीटर व 1.5 लाख लीटर की दो टंकी बनाई जाएगी। वहां 36.5 किमी की पाइप लाइन बिछेगी।

फालना: फालना कस्बे में 6.30 करोड़ रुपए से 2 लाख लीटर क्षमता का उच्च जलाशय बनाया जाएगा। वहां 36 किमी की पाइपलाइन का कार्य भी करवाया जाएगा।

सोजत: सोजत में 11.90 करोड़ रुपए से फिल्टर प्लांट के साथ 2 लाख व 2.50 लाख लीटर की पानी की टंकी बनाई जाएगी। इसके अलावा 11 किमी की डीआई व 12 किमी की एचडीपी पाइप लाइन लगाई जाएगी।

सादड़ी: कस्बे में 11.14 करोड़ रुपए खर्च होंगे। इस राशि से 1.50 लाख लीटर की दो, 2.50 लाख लीटर की एक व 3 लाख लीटर की एक टंकी बनाई जाएगी। पाइप लाइन 13 किमी डीआई की बिछेगी।

रानी: रानी में 3.49 करोड़ रुपए खर्च होंगे। वहां 1.50 लाख लीटर की एक टंकी बनाई जाएगी। 18 किमी की पाइप लाइन डाली जाएगी।

इनका कहना है
पाली शहर के साथ जिले में अमृत-2 योजना के तहत कार्य करवाया जाएगा। इसके लिए टैंडर प्रक्रिया लगभग पूरी हो गई है। उसके बाद निर्माण शुरू होगा।
कानसिंह राणावत, एक्सइएन, जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग, पाली

Also Read
View All

अगली खबर