पाली

किसानों के लिए बड़ी खुशखबरी… जवाई बांध से 8 साल बाद सिंचाई के लिए बड़ी मात्रा में मिलेगा पानी

Jawai dam: जालोर और पाली जिलों के लिए इस वर्ष सिंचाई के लिए जवाई बांध से 4900 एमसीएफटी और पेयजल के लिए 2917 एमसीएफटी पानी उपलब्ध कराने का निर्णय किया गया है। यह मात्रा वर्ष 2017 के बाद सबसे अधिक है।

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Oct 05, 2025
जवाई बांध से किसानों को जमकर मिलेगा पानी (फोटो-पत्रिका)

पाली। रबी फसल वर्ष 2025-26 के लिए जवाई बांध से सिंचाई और पेयजल के आवंटन को लेकर जवाई बांध जल वितरण उपयोगिता समिति की बैठक विश्राम गृह में हुई। बैठक में जालोर और पाली जिलों के लिए इस वर्ष सिंचाई के लिए 4900 एमसीएफटी और पेयजल के लिए 2917 एमसीएफटी पानी उपलब्ध कराने का निर्णय किया। यह मात्रा वर्ष 2017 के बाद सबसे अधिक है। गत वर्ष 2024- 25 में सिंचाई के लिए 4400 एमसीएफटी पानी मिला था। इस दौरान किसानों ने 5000 एमसीएफटी पानी सिंचाई के लिए देने की मांग की थी।

बैठक में जलदाय विभाग ने पेयजल में वितरित किए जाने वाले पानी के आंकड़े प्रस्तुत किए। इसको बैठक में मौजूद किसान प्रतिनिधियों ने आंकडों को नकारते हुए इसे गलत बताया। कैबिनेट मंत्री जोराराम कुमावत ने बताया कि इस बार इंद्रदेव की कृपा से जवाई बांध लबालब हो गया और गेट खोलने तक की स्थिति बन गई थी।

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इस तरह से होगा पानी का बंटवारा

उन्होंने कहा कि इस बार बांध में 7817 एमसीएफटी पानी संग्रहित है, जिसमें गत वर्ष की तुलना में 900 एमसीएफटी पानी अधिक होना बताया गया, कैबिनेट मंत्री कुमावत ने अतिरिक्त 900 एमसीएफटी पानी को किसानों और पेयजल में बांटने का सुझाव देते हुए 900 एमसीएफटी में से 500 एमसीएफटी किसानों को एवं 400 एमसीएफटी पेयजल को देने कि बात कही। इससे किसानों को कुल 4900 एमसीएफटी और 2917 एमसीएफटी पेयजल के लिए दिया जाएगा। इसकी संगम अध्यक्षों ने सहमति जताई। इसमें से 4900 एमसीएफटी सिंचाई व 2917 एमसीएफटी पेयजल के लिए 30 सितंबर 2026 तक उपयोग में लिया जाएगा।

दो जिलों के किसानों को मिलेगा फायदा

उन्होंने कहा कि जल का संरक्षण और दुरुपयोग रोकना सरकार की प्राथमिकता है। इस निर्णय से पाली जिले के सुमेरपुर ब्लॉक के 33 गांव और जालोर जिले के आहोर ब्लॉक के 24 गांवों के करीब 38,600 कृषक परिवारों को लाभ मिलेगा। इससे 38,671 हेक्टेयर भूमि पर रबी की फसलों की बुवाई संभव हो सकेगी। बांध से प्रतिदिन लगभग 50 एमसीएफटी पानी की निकासी होगी।

संभागीय आयुक्त प्रतिभा सिंह ने आधिकारिक घोषणा करते हुए बताया की उपलब्ध 7817 एमसीएफटी पानी में से 4900 एमसीएफटी सिंचाई व 2917 एमसीएफटी पेयजल के लिए 30 सितंबर 2026 तक उपयोग में लिया जाएगा। किसानों को अधिक पानी मिलने से खुशी छा गई। वे बुवाई की तैयारी में जुट गए।

वैश्विक स्तर पर गेहूं की मांग बढ़ने की उम्मीद

संगम अध्यक्ष रघुवीर सिंह देवड़ा ने रूस-यूक्रेन युद्ध का हवाला देते हुए गेहूं उत्पादन पर पड़ने वाले संभावित प्रभाव को लेकर चिंता जताई है। उन्होंने बताया कि रूस और यूक्रेन जैसे देशों से बड़ी मात्रा में गेहूं का निर्यात होता है, लेकिन इन देशों के युद्धग्रस्त होने के कारण उनका गेहूं उत्पादन प्रभावित हो सकता है। ऐसे में वैश्विक स्तर पर गेहूं की मांग बढ़ सकती है।

किसानों के लिए अवसर

देवड़ा ने जल वितरण कमेटी से आग्रह किया है कि जवाई बांध से सुमेरपुर क्षेत्र के किसानों को अधिक से अधिक सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध कराया जाए, ताकि वे गेहूं का उत्पादन बढ़ा सकें। यह स्थिति क्षेत्र के किसानों के लिए एक अवसर है, जिससे वे न केवल देश की खाद्य सुरक्षा में योगदान दे सकते हैं, बल्कि आर्थिक रूप से भी सशक्त हो सकते हैं।

बैठक में ये लोग रहे उपस्थित

बैठक में जालोर-सिरोही सांसद लुंबाराम चौधरी, आहोर विधायक छगनसिंह राजपुरोहित, संभागीय आयुक्त सिंह, पाली कलक्टर लक्ष्मीनारायण मंत्री, जालोर कलक्टर प्रदीप गंवाडे, किसान संघर्ष समिति अध्यक्ष, संगम अध्यक्ष, समिति सदस्य, विभागीय अधिकारी, जनप्रतिनिधि और अनेक कर्मचारी व समाजसेवी उपस्थित रहे।

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Published on:
05 Oct 2025 04:33 pm
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