पाली

Monsoon 2025: बांडी नदी उफान पर आई तो 2 हिस्सों में बंट जाएगा राजस्थान का यह शहर, अब सता रहा डर

विभागीय सूत्रों के अनुसार बांडी नदी पुल निर्माण के लिए दिसंबर 2023 में सार्वजनिक निर्माण विभाग ने निविदा प्रक्रिया शुरू की थी, जो निरस्त हो गई है।

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May 21, 2025
पाली शहर की बांडी नदी पुल के क्षतिग्रस्त होने से दिखने लगे सरिए। (फोटो-पत्रिका)

राजस्थान के पाली के सुमेरपुर रोड मस्तान बाबा के निकट बांडी नदी पर पुल निर्माण इस वर्ष भी शुरू नहीं हुआ। अब फिर मानसूनी बरसात के दौरान शहर के लोगों की परिजनों के घर पहुंचने तक सांसें अटकी रहेंगी। आपको बता दें कि बीते वर्ष 2024 में बारिश के दौरान बांडी नदी उफान पर थी।

यहां बनी पुरानी रपट को पार करने के दौरान एक बाइक सवार मजदूर और महिला डॉक्टर पानी में बह गए थे। गनीमत रही कि समय रहते लोगों ने इन्हें बचा लिया। यह घटनाएं आज भी लोगों के जेहन में ताजा है। इस नदी पर वर्ष 35 करोड़ रुपए की लागत से पुल निर्माण की स्वीकृति जारी हुई थी, तब लोगों को उम्मीद बंधी थी कि अब राहत मिलेगी।

निविदा प्रक्रिया निरस्त

सार्वजनिक निर्माण विभाग ने इसकी निविदा प्रक्रिया भी पूरी कर ली बताई थी, लेकिन राजस्थान में सरकार बदलते ही मानों पाली के लोगों के अरमानों पर पानी फिर गया। निविदा प्रक्रिया को निरस्त कर दिया। विभागीय सूत्रों के अनुसार पुल निर्माण के लिए दिसंबर 2023 में सार्वजनिक निर्माण विभाग ने निविदा प्रक्रिया शुरू की थी, जो निरस्त हो गई।

वर्ष 1978 में हुआ था निर्माण

जानकार सूत्रों के अनुसार बांडी नदी पर इस पुल का निर्माण वर्ष 1978 में हुआ बताया। इस पुल के पिलर और ऊपर का हिस्सा अब कमजोर हो चुका है।

… तो दो हिस्सों में बंटेगा शहर

तेज बारिश के दौरान नदी का जल स्तर बढ़ने के बाद शहर फिर से दो हिस्सों में बंटा नजर आएगा। रोडवेज बस स्टैंड के नदी के दूसरे छोर पर होने से शहर के मध्यम वर्ग और बाहर से खाने-कमाने के लिए रह रहे मजदूरों के सामने फिर से संकट बढ़ जाएगा।

खूब मिल रहे आश्वासन

शहर के लोगों की मानें तो इस पुल के निर्माण को लेकर आश्वासन खूब मिल रहे। पाली आने वाले मंत्री और सत्तापक्ष के नेता कई बार जयपुर-दिल्ली पहुंचते ही पुल निर्माण के लिए बजट स्वीकृत करा देने का लोगों को भरोसा दे चुके। इस मसले को लेकर कई पत्र भी लिखे जा चुके।

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इन्होंने कहा

बांडी नदी पर पुल का निर्माण होना चाहिए। साथ ही बारिश से पहले यहां चेतावनी बोर्ड भी लगाए जाने चाहिए, ताकि पुल पर पानी होने के दौरान कोई निकले नहीं।
मनोज कुमार, नया बस स्टैंड

बारिश होते ही चिंता सताने लगती है। बेटा और उसके पिताजी दुकान से रात को घर लौटते हैं। पुल पर पानी होने के दौरान दोनों के घर पहुंचने तक चिंता बनी रहती है।
माया कुमारी, नया बस स्टैंड

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