Jawai Dam: जल संसाधन विभाग पाली सर्कल के 44 में से 28 बांधों पर चादर चल रही है। वहीं सिरोही के 30 में से 8 बांध छलक रहे हैं।
Jawai Dam: पाली जिले में बादलों की आवाजाही के कारण उमस बढ़ गई। हालांकि जिले में बरसात नहीं होने के बावजूद नदियों में पानी की आवक लगातार जारी रही। पश्चिमी राजस्थान का मरुसागर जवाई बांध ने अर्द्धशतक लगा दिया। बांध का गेज रात आठ बजे 50.05 फीट (4689.90 एमसीएफटी) पहुंच गया। बांध में अब भराव क्षमता के मुकाबले 63 प्रतिशत से अधिक पानी आ गया है।
उधर, जवाई के सहायक सेई बांध से लगातार पानी को अपवर्तन होने के बावजूद गेज बढ़ रहा है। बांध का गेज 8.50 मीटर (1149.03 एमसीएफटी) पर पहुंच गया। बांध से अभी 1.6 मीटर की क्षमता के साथ 24 घंटे में 40.11 एमसीएफटी पानी डायवर्ट किया। सेई बांध से अभी तक 1134.93 एमसीएफटी पानी जवाई में अपवर्तित किया जा चुका है। पाली के निकट हेमावास बांध का गेज भी शाम को 27.50 फीट के करीब रहा। यह बांध भरने में अब महज 0.50 फीट पानी की आवक शेष है।
मध्य प्रदेश पर बना डिप्रेशन दक्षिण-पश्चिमी उत्तर प्रदेश के ऊपर पहुंच गया। इसके उत्तर की ओर आगे बढ़ने व कमजोर होकर वेलमार्क लो प्रेशर में बदलने की संभावना है। इसके प्रभाव से प्रदेश के कई क्षेत्रों में भारी व मध्यम बरसात हो सकती है। पश्चिमी राजस्थान के अधिकांश भागों में आगामी दिनों में मौसम मुख्यतः शुष्क रहने व केवल छुटपुट स्थानों पर हल्की मध्यम बारिश होने की संभावना है।
जिले के बांधों में पानी की आवक जारी है। जल संसाधन विभाग पाली सर्कल के 44 में से 28 बांधों पर चादर चल रही है। वहीं सिरोही के 30 में से 8 बांध छलक रहे हैं। पाली के विभाग के अधीन अन्य 15 में से दो बांध से पानी नदियों में बह रहा है। इस तरह विभाग के अधीन 89 में से 38 बांध ओवरफ्लो है। पाली जिले में बरसात का दौर थमा रहा। मौसम विभाग के अनुसार बरसात होने की संभावना भी नहीं है। जवाई बांध के सहायक सेई बांध पर पिछले 24 घंटे में सुबह आठ बजे तक 39 एमएम बरसात दर्ज की गई। जबकि रेवदर में 33 व रायपुर लुनी बांध पर 32 एमएम बरसात दर्ज की गई।