JPMIA Project: राज्य सरकार के बाद अब केन्द्र ने लगाई मोहर, जोधपुर पाली मारवाड़ औद्योगिक कॉरिडोर को मिलेगी गति
JPMIA Project: पश्चिमी राजस्थान ही नहीं, समूचे प्रदेश के लिए महत्वपूर्ण माने जा रहे औद्योगिक कॉरिडोर पर राज्य सरकार के बाद अब केन्द्र सरकार ने भी मोहर लगा दी है। केन्द्रीय बजट में देश में 12 राष्ट्रीय औद्योगिक कॉरिडोर विकसित करने की घोषणा की गई है, जिसमें जोधपुर पाली मारवाड़ औद्योगिक कॉरिडोर (जेपीएमआईए) भी शामिल है। प्रस्तावित कॉरिडोर के पहले चरण की लागत 922 करोड़ रुपए है।
सरकारी जमीन जेपीएमआई के नाम रिकॉर्ड में दर्ज कर ली गई है। निजी खातेदारों से जमीन अवाप्ति की प्रक्रिया चल रही है। केन्द्र सरकार द्वारा बजट में घोषणा करने से अब डीएमआईसी के पहले चरण को गति मिलेगी। यह देश का अत्याधुनिक औद्योगिक कॉरिडोर होगा। इस पूरे प्रोजेक्ट की कुल लागत 4 हजार 380 करोड़ रुपए आंकी गई है। इस परियोजना को शुरू करने के लिए पत्रिका ने अभियान चलाया, सिलसिलेवार खबरें प्रकाशित की। राज्य सरकार ने भी कई बार केन्द्र से आग्रह किया। सांसद चौधरी ने भी केन्द्र को पत्र लिखे। सांसद ने बताया कि ये पाली के लिए सौगात है।
डीएमआईसी के तहत जोधपुर पाली मारवाड़ औद्योगिक कॉरिडोर तीन चरणों में पूरा होगा। पहला चरण वर्ष 2023 में शुरू होना प्रस्तावित था, लेकिन केन्द्र व राज्य सरकारों ने गंभीरता से नहीं लिया। इस कारण पहले चरण में देरी हुई। हाल ही में राज्य सरकार ने भी 275 करोड़ रुपए पानी की पाइप लाइन और 48 एमएलडी प्लांट के लिए घोषणा की है। इसके अलावा आधारभूत विकास के लिए भी राज्य सरकार ने 150 करोड़ रुपए का बजट में प्रावधान किया है। रोहट क्षेत्र के पांच गांव निंबली ब्राह्मणान, रोहट, दूदली, सिंगारी और डूंगरपुर के गांवों की जमीन अवाप्त की जा रही है।
प्रगति करेगा पाली
औद्योगिक कॉरिडोर पाली को प्रगति के पथ पर तेजी से ले जाएगा। अभी तो पाली में चुनिंदा उद्योग-धंधे चल रहे हैं। कॉरिडोर बनने के बाद यहां कई विकल्प खुलेंगे। सबसे बड़ा लाभ होगा कि पाली का माल देश के प्रमुख शहरों में कम समय और लागत में पहुंच सकेगा। इससे लागत कम आएगी। रोजगार के लिए भी यह बेहतर साबित होगा।
पाली के लिए सुनहरा अवसर
पाली में वर्तमान में केवल कपड़ा उद्योग है। रोहट के निकट औद्योगिक कॉरिडोर विकसित होने से पाली में भी कई नए उद्योग स्थापित हो सकेंगे। जोधपुर से पाली तक औद्योगिक क्षेत्र विकसित होगा। कई कंपनियां अपने वेयरहाऊस बनाएंगी। कई निवेशक आएंगे। रोजगार भी बड़ी मात्रा में उपलब्ध होगा। पाली के भविष्य के लिए यह कॉरिडोर सुनहरा साबित होगा।